सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
हरियाणा में तीसरी बार सत्ता में आई बीजेपी सरकार से जहां बीजेपी से जुड़े भ्रष्ट छुट भैया कार्यकताओं में भी घमंड बढ़ गया है। वहीं गुरुग्राम निगम के अधिकारी भी बीजेपी से जुड़े लोगों की जी-हजूरी करने में पीछे नहीं है। ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम नगर निगम वार्ड 3 के सरकारी कार्यालय पर कई वर्षों पर कब्जा जमाए बैठे पार्षद व उनके चहेतों का सामने आया है,जिसको खाली करने की बजाय अधिकारियों ने भाजपा पार्षद का पक्ष रखते हुए नसीहत दे दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुग्राम के सेक्टर 22 पुलिस रेस्ट हाउस के पास सेक्टर 21 की सरकारी जमीन में बने नगर निगम वार्ड 3 के पार्षद रविंद्र का कार्यालय काफी समय से सामाजिक तत्वों का अड्डा बना हुआ है, जिसमें न जाने दिन रात किस-किस तरह के लोगों का आना जाना लगा रहता है, जिसकी शिकायत भी सेक्टर 21, 22 गांव मोलाहेडा के ग्रामीण भी कई दफा निगम अधिकारियों से कर चुके हैं,लेकिन निगम में बैठे भ्रष्ट अधिकारी जो भाजपा पार्षद से साज बाज है। जानबूझकर कुछ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यहां तक की लोकसभा चुनाव व विधानसभा चुनाव 2024 में भी यह सरकारी दफ्तर चुनावी अखाड़ा बना रहा। क्षेत्रवासी अशोक यादव, नरेश कुमार, सतीश कुमार, मनोज,बाबुलाल, अनिल, भीम सिंह,राजपाल , नरेंद्र कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक , बिसन सिंह, महीपाल, सत्यदेव शर्मा, सत्येंद्र कुमार , राजेन्द्र, देवेन्द्र, बिरेन्द्र, विक्रम, अजीत सिंह, बिजेंद्र सिंह, रमेश कुमार वगैरा ने बताया कि पार्षद के दफ्तर में सुबह से शाम तक बदमाश किस्म के पहलवान प्रॉपर्टी डीलर बैठे रहते हैं। वहीं एचएसवीपी की सरकारी जमीन पर रखे हुए पशुओं की देखभाल करने वाले मजदूरों का डेरा बना हुआ है, अवैध रूप से दो गेट लगाए हुए हैं,जिसका खुलासा भी एक वीडियो में सतेन्द्र नामक मजदूर ने किया था। तभी उसने बताया था कि पार्षद का भाई मनोज जो पहले नजफगढ़ में रहता था,अब उसने कई सालों से यहीं पर ही स्थाई ठिकाना बनाया हुआ है,और अक्सर रात को तो यहां पर पता नहीं किस-किस किस्म के व्यक्ति आते हैं। यहां तक की दफ्तर के आसपास अधिकतर आवारा किस्म की लड़कियां भी घुमती फिरती नजर आती है। वहीं पार्षद के चहेतों की वाहन पार्किंग भी सरकारी कार्यालय में बनी हुई है। उसका विवादित भाई राजबीर,सुनील, भतीजा गौरव भी दफ्तर में बैठे रहते हैं, जबकि निगम ने जब से पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हुआ है, तभी से उनको दिए गए अस्थाई कर्मचारियों को भी वापस बुला लिया था।
*क्या कहते हैं निगम अधिकारी*
जब इस मामले पर क्षेत्र के कार्यकारी अभियंता अजय पघाल से बात की तो उन्होंने गलत लहजे में बताया कि यह आम लोगों के लिए है, वहां पर कोई भी क्षेत्रवासी जा सकता है। किसी के लिए प्रतिबंध नहीं लगा हुआ है। वहीं एक अन्य उच्च अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा अगर सरकारी दफ्तर में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, कौशल गैंग,नीरज बवानिया व दाऊद गैंग से जुड़े लोग आकर बैठते हैं तो उसकी शिकायत पुलिस में कीजिएगा। जबकि थाना पालम विहार की पुलिस तो उनसे पहले से ही साज बाज है क्योंकि गांव में जितनी भी अवैध गतिविधियां चल रही है, जैसे कि नशीले पदार्थ व अवैध शराब की बिक्री होना। जिसकी सेटिंग पुलिस में पार्षद, गंगाराम, सोजी परिवार के मार्फत ही चल रही है। इसीलिए उनके खिलाफ काफी शिकायत देने के बाद भी पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई आज तक उनके ऊपर नहीं की है।
*क्या कहते हैं निगमायुक्त नरहरि सिंह बांगड़*
जब इस मामले पर निगमायुक्त डाक्टर नरहरि सिंह बांगड़ से फोन पर बात की गई तो उन्होंने फोन ही नहीं उठाया जिससे उनका पक्ष नहीं लिखा जा सका।