मनोरंजन

IFFI 2024: IFFI में शेखर कपूर बोले, कहानियाँ हैं लड़ाई खत्म करने का जरिया

IFFI 2024: वर्तमान में दुनियाभर में चल रहे संघर्षों के बीच, भारतीय फिल्म निर्माता शेखर कपूर, जो ‘मासूम’, ‘मि. इंडिया’ और ‘बैंडिट क्वीन’ जैसी हिंदी फिल्मों के लिए प्रसिद्ध हैं, ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर देश आपस में अपनी कहानियाँ साझा करना शुरू कर दें, तो उनके बीच के झगड़े रुक सकते हैं। शेखर कपूर इस समय गोवा में चल रहे 55वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (IFFI) में शामिल हुए थे और उन्होंने मंच से अपनी यह महत्वपूर्ण बात रखी।

शेखर कपूर का बड़ा बयान

IFFI के उद्घाटन समारोह में शेखर कपूर ने जो बात कही, वह अब चर्चा का विषय बन चुकी है। उन्होंने कहा, “इस ध्रुवीकृत दुनिया में, देशों और समुदायों के भीतर, एकमात्र तरीका यह है कि हम एक-दूसरे को अपनी कहानियाँ सुनाएँ। कहानियाँ वही हैं जिन्हें हम समझते हैं, और यही हमें एक-दूसरे से जोड़ती हैं। यही सबसे जरूरी बात है कि हमें अपनी कहानियाँ बतानी चाहिए।”

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय फिल्म उद्योग दुनिया का सबसे बड़ा कंटेंट निर्माता है और हम दुनिया के सबसे बड़े कंटेंट उपभोक्ता भी हैं। इस अवसर पर उन्होंने सभी से अपील की, “आइए हम सभी मिलकर इसे मनाएँ, सिर्फ फिल्म निर्माता ही नहीं, बल्कि दर्शक भी। हम अपनी कहानियाँ बताएं, तभी हम दुनिया में हो रहे संघर्षों को खत्म कर सकते हैं।”

फेस्टिवल का उद्देश्य: पुरस्कार नहीं, बल्कि साझा कहानियाँ

शेखर कपूर ने फिल्म फेस्टिवल्स पर भी अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा, “फिल्म फेस्टिवल सिर्फ पुरस्कार जीतने के लिए नहीं होते, बल्कि सबसे अच्छा फेस्टिवल आयोजित करना ही असली उद्देश्य होना चाहिए। यह फेस्टिवल हमें एक साथ लाने और अपनी कहानियाँ बताने का अवसर देता है ताकि हम एक-दूसरे को समझ सकें।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिल्म फेस्टिवल्स का उद्देश्य सिर्फ पुरस्कार जीतना नहीं है, बल्कि मानवता को जोड़ने का एक जरिया है।

Harshvardhan Rane New Project: ‘सनम तेरी कसम’ की सफलता के बाद हर्षवर्धन राणे की नई फिल्म की शुरुआत
Harshvardhan Rane New Project: ‘सनम तेरी कसम’ की सफलता के बाद हर्षवर्धन राणे की नई फिल्म की शुरुआत

IFFI 2024: IFFI में शेखर कपूर बोले, कहानियाँ हैं लड़ाई खत्म करने का जरिया

IFFI 2024 के उद्घाटन समारोह में सितारों का जमावड़ा

IFFI 2024 के उद्घाटन समारोह में अभिनेत्री भूमि पेडनेकर और अभिनेता अभिषेक बनर्जी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस मौके पर भारतीय सिनेमा के प्रसिद्ध हस्तियों राज कपूर, मोहम्मद रफी, तपन सिन्हा और अक्किनेनी नागेश्वर राव को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इन महान हस्तियों के परिवारों के प्रतिनिधियों को मंच पर सम्मानित किया गया, और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू और शेखर कपूर भी इस मौके पर उपस्थित थे।

अक्किनेनी नागेश्वर राव के बेटे नागार्जुन का भावुक संदेश

इस अवसर पर, अक्किनेनी नागेश्वर राव के बेटे और अभिनेता नागार्जुन अक्किनेनी ने अपने पिता के जीवन के पाठों पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह बताना मुश्किल है कि मेरे पिता ने मुझे एक शब्द में जीवन के क्या पाठ सिखाए। जैसे-जैसे मैं बड़ा हुआ, उन्होंने मुझे जीवन, सिनेमा और जीने का तरीका सिखाया।” उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने पिता से सिनेमा और अभिनय के जीवन पाठों के अलावा जीवन के बारे में भी कई महत्वपूर्ण चीजें सीखे हैं।

IFFI 2024 की जानकारी

55वां IFFI 20 नवंबर से गोवा में शुरू हुआ था और यह 28 नवंबर तक चलेगा। इस फिल्म महोत्सव में दुनिया भर से फिल्म निर्माता, कलाकार और सिनेमा प्रेमी हिस्सा ले रहे हैं। यह महोत्सव भारतीय सिनेमा की विविधता और फिल्म निर्माण के प्रति उत्साह को उजागर करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है।

Housefull 5 Promotion: फैंस की खुशी की सीमा नहीं, Housefull 5 के सितारों से हुई मुलाकात
Housefull 5 Promotion: फैंस की खुशी की सीमा नहीं, Housefull 5 के सितारों से हुई मुलाकात

शेखर कपूर का बयान इस बात की पुष्टि करता है कि फिल्में और कहानियाँ हमारे बीच की दीवारों को तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि फिल्म फेस्टिवल्स का असली उद्देश्य केवल पुरस्कार जीतना नहीं है, बल्कि यह हमें एक दूसरे को समझने और जोड़ने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करते हैं।

Back to top button