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IIT Student Found Dead: IIT दिल्ली के छात्र ने की आत्महत्या, मानसिक उपचार करा रहे थे यश

IIT Student Found Dead: IIT दिल्ली में एक छात्र द्वारा आत्महत्या का मामला सामने आया है। 21 वर्षीय कुमार यश, जो दिल्ली के IIT में एम.एससी. के दूसरे वर्ष के छात्र थे, ने अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, यश का मानसिक उपचार चल रहा था और आत्महत्या के समय उनके कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

देवघर, झारखंड के निवासी थे यश

कुमार यश, जो देवघर, झारखंड के निवासी थे, IIT दिल्ली के अरावली हॉस्टल में रहते थे। वह मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे और उनका उपचार भी चल रहा था। मंगलवार, 22 अक्टूबर को, यश IIT अस्पताल गए थे, जहां उन्हें मानसिक स्वास्थ्य के लिए चिकित्सकीय सहायता दी गई थी। उन्हें 29 अक्टूबर को एक मनोचिकित्सक से मिलने के लिए अगली अपॉइंटमेंट भी दी गई थी।

दोस्तों ने खिड़की तोड़कर खोला कमरा

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मंगलवार की रात करीब 11 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना मिली कि एक IIT छात्र ने अरावली हॉस्टल के कमरे नंबर D57 में आत्महत्या कर ली है। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो कमरा अंदर से बंद था। यश के दोस्तों और IIT कर्मचारियों ने खिड़की तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। वहां देखा गया कि यश ने दो तौलियों का उपयोग करके फंदा बना लिया था।

अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित

यश के दोस्तों और IIT कर्मचारियों ने तौलिए को काटकर उन्हें नीचे उतारा और तुरंत IIT की एंबुलेंस से सफदरजंग अस्पताल पहुंचाया। लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस के अनुसार, यश की मौत अस्पताल लाने से पहले ही हो चुकी थी।

IIT Student Found Dead: IIT दिल्ली के छात्र ने की आत्महत्या, मानसिक उपचार करा रहे थे यश

पुलिस ने की जांच, नहीं मिला सुसाइड नोट

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कमरे की जांच की। हालांकि, वहां से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। पुलिस ने मोबाइल क्राइम टीम को बुलाकर कमरे की छानबीन कराई। यश के मेडिकल रिपोर्ट कार्ड के आधार पर पुलिस ने पाया कि उनका मानसिक उपचार चल रहा था। इसके अलावा, उन्होंने मंगलवार को IIT अस्पताल का दौरा भी किया था, जहां उन्हें मनोचिकित्सा के लिए अगली अपॉइंटमेंट दी गई थी।

दोस्तों के बयान दर्ज

पुलिस ने यश के दोस्तों के बयान भी दर्ज किए हैं। उनके दोस्तों के मुताबिक, यश पिछले कुछ समय से मानसिक समस्याओं से गुजर रहे थे और उन्हें सहायता की जरूरत थी। पुलिस ने बताया कि इस मामले में किसी साजिश का कोई संदेह नहीं है, और यह पूरी तरह से आत्महत्या का मामला लगता है। हालांकि, पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सभी पहलुओं की पुष्टि की जा सके।

मानसिक स्वास्थ्य पर सवाल

यह दुखद घटना एक बार फिर से मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करती है, खासकर छात्रों के बीच जो उच्च दबाव और तनावपूर्ण माहौल में पढ़ाई कर रहे हैं। IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में छात्रों पर अक्सर भारी दबाव होता है, जो उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस मामले में भी यश मानसिक रूप से संघर्ष कर रहे थे, और इसका परिणाम इतना दुखद हुआ।

कुमार यश की आत्महत्या एक दुखद और गंभीर घटना है, जो मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और समर्थन की आवश्यकता पर जोर देती है। इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट किया कि मानसिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों को उचित समय पर सहायता और समर्थन की आवश्यकता होती है। IIT दिल्ली और अन्य संस्थानों को छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।

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