India: भारत का पाकिस्तान को कड़ा जवाब, आतंकवाद की याद दिलाई
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India: पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भारत के साथ संबंध सुधारने के संदर्भ में कहा कि “ताली दोनों हाथों से बजती है।” इस बयान के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को पाकिस्तान को आतंकवाद की सच्चाई का आईना दिखाया।
इशाक डार ने इस्लामाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए भारत से अनुरोध किया कि दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा, “अगर भारत की ओर से सद्भावना दिखती है, तो पाकिस्तान भी तैयार है। लेकिन यह प्रयास दोनों तरफ से होना चाहिए।”
व्यापार संबंधों पर बयान
इशाक डार ने भारत-पाकिस्तान व्यापार संबंधों पर कहा कि संबंध सुधारने के लिए एक सकारात्मक माहौल बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि व्यापार और आर्थिक संबंध दोनों देशों के लिए लाभदायक हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए विश्वास बहाली के प्रयास आवश्यक हैं।
भारत का सटीक जवाब: आतंकवाद ही असली मुद्दा
भारत के विदेश मंत्रालय ने इशाक डार के बयान पर कड़ा जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान के संदर्भ में ‘टी’ शब्द का सही मतलब ‘आतंकवाद’ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा, “पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि आतंकवाद का समर्थन और संबंध सुधारने की बात एक साथ नहीं चल सकते।”
भारत ने झूठे आरोपों को नकारा
भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उन मीडिया रिपोर्ट्स को भी सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि भारत पाकिस्तान में कई हत्याओं में शामिल है। जयसवाल ने स्पष्ट रूप से कहा, “ऐसे आरोपों की कोई सच्चाई नहीं है। यह साफ है कि यह मीडिया रिपोर्ट और इसका रिपोर्टर भारत के प्रति शत्रुता से प्रेरित हैं। उनकी विश्वसनीयता पर कोई विश्वास नहीं किया जा सकता।”
हिलेरी क्लिंटन का संदर्भ
विदेश मंत्रालय ने पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन का उदाहरण देते हुए कहा, “हिलेरी क्लिंटन ने कहा था कि आप अपने पिछवाड़े में सांप नहीं पाल सकते और उम्मीद करें कि वे केवल आपके पड़ोसियों को डसेंगे।”
आतंकवाद को समर्थन सबसे बड़ा अवरोध
भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को समर्थन संबंध सुधारने में सबसे बड़ा अवरोध है। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर अपनी नीति नहीं बदलता, तब तक संबंध सुधारने की कोई भी कोशिश निष्फल रहेगी।
विश्वसनीयता की कमी पर सवाल
जयसवाल ने कहा, “यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान के कुछ समूह और मीडिया संगठन भारत के प्रति झूठे आरोप लगाने और शत्रुता फैलाने में लगे हुए हैं। उनकी गतिविधियों में एक पैटर्न देखा जा सकता है, जो दोनों देशों के संबंध सुधारने के प्रयासों को नुकसान पहुंचाता है।”
भविष्य की संभावनाएं
भारत ने कहा कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद को रोकने और विश्वास बहाली के लिए ठोस कदम उठाता है, तो भारत रिश्तों को सुधारने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि संबंध सुधारने के लिए सबसे पहले आतंकवाद पर रोक लगानी होगी। इशाक डार के बयान और पाकिस्तान की ओर से व्यापारिक रिश्तों को सुधारने की बात तब तक अधूरी है, जब तक आतंकवाद का मुद्दा हल नहीं होता।