21 भारतीय मछुआरे आज Sri Lanka की कोलंबो जेल से रिहा होकर घर लौट आए हैं। भारतीय उच्चायोग की मदद से इन मछुआरों की घर वापसी संभव हुई। भारतीय उच्चायोग ने श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ मिलकर इन मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित की थी।
भारतीय मछुआरे रिहा
ये मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़े गए थे जब उनकी नाव और श्रीलंकाई नौसेना की एक नाव के बीच टकराव हुआ था। यह टकराव कच्छथीवु द्वीप के पास हुआ था। मछुआरों की नाव को रिहा करने के बाद, ये 21 मछुआरे चेन्नई एयरपोर्ट पहुंच गए हैं।
भारतीय उच्चायोग की पोस्ट
भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर लिखा, “घर वापसी! 21 भारतीय मछुआरे सफलतापूर्वक वापस आ गए हैं और कोलंबो से चेन्नई के लिए रवाना हो गए हैं।”
जाफना में भारतीय प्रतिनिधि की मुलाकात
भारतीय कांसुल जनरल के अधिकारी जाफना में कैट्स पुलिस स्टेशन गए और दो मछुआरों से मिले जिनकी नाव श्रीलंकाई नौसेना की नाव से टकरा गई थी। भारतीय कांसुल जनरल साई मुरली ने मछुआरों मुथुमुनियान्दु और मूकाया की भलाई के बारे में जानकारी ली और उन्हें सभी संभव सहायता का आश्वासन दिया। कांसुलात ने उनके परिवारों से बात करने की सुविधा भी प्रदान की।
श्रीलंकाई जहाज और भारतीय नाव की टकराहट
इस मामले में, श्रीलंकाई नौसेना की एक नाव और भारतीय मछुआरों की नाव की टकराहट कच्छथीवु द्वीप से 5 नॉटिकल मील उत्तर में हुई थी। इस दुर्घटना में एक भारतीय मछुआरे की मौत हो गई, एक अन्य लापता है और दो मछुआरों को बचा लिया गया। उन्हें कंकेसंथुरई तट पर लाया गया।
विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय ने इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया और नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को तलब किया।