Jalandhar पुलिस ने कनाडा के गैंगस्टर अमृतपाल का करीबी सहयोगी गिरफ्तार किया, AAP नेता की हत्या में है संलिप्तता
Jalandhar: जालंधर ग्रामीण पुलिस ने कनाडा स्थित गैंगस्टर अमृतपाल सिंह बठ के एक प्रमुख सहयोगी को गिरफ्तार किया है, जो जनवरी 2024 में AAP नेता सनी चीमा की हत्या के मामले में wanted था। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान जगदीप सिंह गिल, उर्फ थोलू के रूप में हुई है, जो तरनतारन जिले का निवासी है।
गिरफ्तारी की जानकारी:
जालंधर ग्रामीण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमल प्रीत सिंह खख ने बताया कि आरोपी को एसबीएस नगर से फिल्लौर की ओर जाते समय सूचना मिलने के बाद गिरफ्तार किया गया। पुलिस टीम, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर सुखदेव सिंह कर रहे थे, ने फिल्लौर के पास एक चेकपोस्ट पर आरोपी को रोककर गिरफ्तार किया।
गिल पर 14 फरवरी से हत्या और आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया गया था। उसे आईपीसी की धाराओं 302 (हत्या), 34 (सामान्य इरादा), 120-बी (आपराधिक साजिश) और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत तरनतारन के झाबल पुलिस स्टेशन में बुक किया गया था। पुलिस ने आरोपी के पास से एक .32 बोर पिस्तौल और एक कार भी बरामद की।
अवैध हथियार की बरामदगी:
पुलिस ने बताया कि अवैध हथियार की बरामदगी के बाद आरोपी के खिलाफ फिल्लौर पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट की धारा 25(1)(a) के तहत मामला दर्ज किया गया। पूछताछ के दौरान, गिल ने खुलासा किया कि उसने बठ के सीधे निर्देशों पर कार्य किया, जो वर्तमान में कनाडा में रह रहा है। अपराध करने के बाद, गिल ने भागने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की, जिसमें सबसे पहले थाईलैंड, फिर दुबई और फिर नेपाल भागना शामिल था।
आरोपी का फरार होना:
गिल ने कुछ समय के लिए उत्तर प्रदेश में भी शरण ली और अंततः अम्बाला में अपने ससुराल में पहुंचा, जहाँ अंततः पुलिस ने उसे ट्रेस किया। एसएसपी खख ने बताया कि आरोपी ने उन दो शूटरों की मदद की जो चीमा की हत्या के स्थान पर पहुंचे थे और बठ ने व्यक्तिगत रूप से अपराध के बाद भागने की योजना बनाई थी।
पुलिस की आगे की कार्रवाई:
पुलिस अब मुख्य शूटरों और अन्य सहयोगियों की पहचान करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। जांचकर्ता उन नेटवर्कों की भी जांच कर रहे हैं जिन्होंने गिल को भागने में मदद की और धन के लेनदेन का पता लगा रहे हैं। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश किया है और उसे रिमांड पर लिया है।
घटनाक्रम की पृष्ठभूमि:
सनी चीमा की हत्या ने पंजाब में राजनीतिक और आपराधिक माहौल को और बिगाड़ दिया है। इस हत्या ने न केवल AAP पार्टी को बल्कि पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। गिल की गिरफ्तारी से पुलिस को इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है, जिससे न केवल बठ बल्कि उसके अन्य सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकेगी।
पंजाब में गैंगस्टर गतिविधियों पर नियंत्रण:
पंजाब सरकार ने गैंगस्टरों और संगठित अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की योजना बनाई है। पुलिस विभाग ने अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने का संकल्प लिया है। यह घटना यह दर्शाती है कि सरकार के प्रयासों के बावजूद, गैंगस्टर अभी भी सक्रिय हैं, और इस तरह की घटनाएं समाज के लिए खतरा बनी हुई हैं।
पुलिस की जांच और प्रयास:
जालंधर पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है और गिल के सहयोगियों की पहचान करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रही है। पुलिस ने भी यह स्पष्ट किया है कि वे गैंगस्टरों के खिलाफ कोई भी ढील नहीं देंगे और हर संभव प्रयास करेंगे ताकि वे कानून के दायरे में आएं।
समाज पर प्रभाव:
इस तरह की घटनाएं केवल राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक ढांचे पर भी प्रभाव डालती हैं। आम जनता को सुरक्षा की जरूरत होती है, और ऐसे गैंगस्टरों की गिरफ्तारी से समाज में एक सकारात्मक संदेश जाता है कि कानून अपना काम कर रहा है।
जगदीप सिंह गिल की गिरफ्तारी ने इस मामले में महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया है और इससे यह स्पष्ट होता है कि पंजाब पुलिस गैंगस्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए तत्पर है। पुलिस की जांच के परिणाम और गिल की गिरफ्तारी से यह देखने को मिलेगा कि पंजाब में कानून व्यवस्था को बहाल करने की दिशा में क्या कदम उठाए जाते हैं।
जालंधर पुलिस की यह कार्रवाई अन्य अपराधियों के लिए एक चेतावनी है कि अब समय आ गया है कि वे कानून के समक्ष आत्मसमर्पण करें और समाज में शांति स्थापित करने में मदद करें।