Jharkhand Elections: झारखंड विधानसभा के 81 सीटों के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है। इन चुनावों से पहले सभी पार्टियां प्रचार में जुटी हुई हैं। सत्ता में काबिज गठबंधन के साथ-साथ विपक्षी दल भी जमकर प्रचार कर रहे हैं। इसी बीच, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने झारखंड के चतरा में आयोजित एक चुनावी रैली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब बीजेपी को सरकार बनाने में सफलता नहीं मिलती, तो वह विधायकों को खरीदने का काम करती है।
तेजस्वी यादव का भाजपा पर हमला
तेजस्वी यादव ने रैली में बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि जब भी बीजेपी को सरकार बनाने के लिए बहुमत नहीं मिलता, तो वह विपक्षी विधायकों को खरीदने का काम करती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी लोकतंत्र और भारतीय संविधान को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सत्ता हासिल करने के लिए बीजेपी ने मुख्यमंत्री की कुर्सी का सौदा किया और उनकी पार्टी के विधायकों को भी खरीदने का प्रयास किया था।
तेजस्वी यादव ने कहा, “बीजेपी अपने रास्ते पर चलने के लिए संविधान और लोकतंत्र को तिलांजलि देने को तैयार है। यह पार्टी उन लोगों की मदद से सत्ता में आती है, जो केवल पैसे के बल पर अपनी आत्मा बेचने के लिए तैयार होते हैं।”
झारखंड में विधानसभा चुनाव
झारखंड विधानसभा चुनाव में कुल 81 सीटें हैं, जिसमें से चुनाव दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को होने हैं। इस चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं, मतगणना 23 नवंबर को होगी। चुनाव आयोग के अनुसार, झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग के बाद 23 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी।
झारखंड में गठबंधन सरकार और विपक्ष की स्थिति
झारखंड में वर्तमान में गठबंधन सरकार है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM), कांग्रेस, CPI(ML) और RJD शामिल हैं। इस गठबंधन को 47 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। JMM 27 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है, जबकि कांग्रेस 18 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। RJD और CPI(ML) का एक-एक विधायक समर्थन कर रहा है।
वहीं, बीजेपी झारखंड विधानसभा में 24 सीटों के साथ सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है। इसके अलावा, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) के पास 3 सीटें हैं। राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के पास एक सीट है और दो निर्दलीय विधायक हैं।
झारखंड में 81 सदस्यीय विधानसभा में, 27 सीटों के साथ JMM सबसे बड़ी पार्टी है। बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी है, लेकिन वह बहुमत से बहुत दूर है। इसके अलावा, कांग्रेस, जो 18 सीटों के साथ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, का भी चुनाव में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।
झारखंड के चुनावी समीकरण:
झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं और वर्तमान में विधानसभा में चार सीटें खाली हैं। यह चुनाव भाजपा और गठबंधन के बीच सीधी टक्कर का है। गठबंधन में JMM और कांग्रेस के अलावा कुछ छोटे दलों का भी समर्थन है। वहीं, बीजेपी ने चुनाव में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए प्रचार अभियान तेज कर दिया है।
तेजस्वी यादव के आरोपों के बाद राजनीतिक माहौल और भी गरम हो गया है। बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाने से यह चुनावी लड़ाई और भी तिखी हो गई है। तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया और यह स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी हमेशा लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए खड़ी रहेगी।
बिहार में बीजेपी की रणनीति का हवाला
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जब बीजेपी को सरकार बनाने में कठिनाई हुई थी, तब उन्होंने कई विधायकों को अपने पक्ष में लाने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने यह काम पैसे के बल पर किया और अब यही रणनीति झारखंड में अपनाई जा रही है। तेजस्वी ने जनता से अपील की कि वह ऐसे राजनीतिक दलों के खिलाफ आवाज उठाएं जो लोकतंत्र को कमजोर कर रहे हैं।
झारखंड चुनाव में पार्टी रणनीतियां
झारखंड विधानसभा चुनाव में प्रचार करने वाले दलों में मुख्यत: कांग्रेस, JMM और बीजेपी की ओर से चुनावी अभियान तेज हैं। कांग्रेस और JMM गठबंधन सरकार में शामिल हैं, जबकि बीजेपी मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में चुनावी मैदान में है। तेजस्वी यादव के आरोपों के बाद बीजेपी ने पलटवार किया है और कहा है कि यह आरोप केवल ध्यान आकर्षित करने के लिए हैं।
बीजेपी ने कहा कि तेजस्वी यादव के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं और चुनावी प्रचार में ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसी बातें की जा रही हैं। बीजेपी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव को जनता का विश्वास नहीं मिल रहा है, इसलिए वह इस तरह के बयान दे रहे हैं।
झारखंड विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव का आरोप और बीजेपी का पलटवार चुनावी माहौल को और भी तिखा कर रहा है। 13 और 20 नवंबर को मतदान के बाद 23 नवंबर को परिणाम घोषित होंगे, जो राज्य की राजनीति में एक नया मोड़ ला सकते हैं। इस चुनाव में सभी पार्टियां अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी हैं, और जनता यह तय करेगी कि आगामी सरकार किसकी होगी। तेजस्वी यादव के आरोपों ने बीजेपी के खिलाफ एक नई राजनीति को जन्म दिया है, लेकिन यह चुनावी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है।