इनेलो विधायक अभय चौटाला को नोटिस देने वाले जजपा के दोनों विधायक नहीं हो रहे समिति के सामने पेश
JJP MLAs who gave notice to INLD MLA Abhay Chautala are not appearing before the committee
सत्य खबर, चंडीगढ़ । जननायक जनता पार्टी (जजपा ) के मंत्री अनूप धानक और पार्टी विधायक जोगी राम सिहाग इनेलो विधायक अभय चौटाला को दिए गए विशेषाधिकार नोटिस मामले में बैकफुट पर नजर आ रहे हैं। राज्य मंत्री अनूप धानक और जजपा विधायक जोगीराम सिहाग ने अभय चौटाला द्वारा डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पर कई गंभीर आरोप लगाने पर यह नोटिस दिया था।
अब इस मामले की जांच कर रही हरियाणा विधानसभा की विशेषाधिकार समिति के सामने साक्ष्य देने के लिए पेश नहीं हो रहे हैं। धानक और सिहाग दोनों को 2 अगस्त, 18 अक्टूबर और 8 नवंबर को मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे समिति के सामने उपस्थित नहीं हुए।
समिति ने सेशन की पहली बैठक तक मांगा था समय
जांच समिति के अध्यक्ष नरेंद्र गुप्ता ने विधानसभा के विंटर सेशन के पहले दिन सदन को बताया कि 6 दिसंबर को हुई बैठक में दोनों को 27 दिसंबर को साक्ष्य देने का आखिरी मौका देने का निर्णय लिया गया। गुप्ता ने सदन को बताया कि समिति ने सिफारिश की कि सदन को अंतिम रिपोर्ट देने का समय अगले सत्र की पहली बैठक तक बढ़ाया जाए, जिसके बाद सदन द्वारा कमेटी को इसके लिए अनुमति दे दी गई।
क्या दिया गया था नोटिस
धानक और सिहाग ने विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया था कि 21 फरवरी को शून्यकाल के दौरान बोलते हुए अभय चौटाला ‘हिसार हवाई अड्डे के निकट अधिग्रहीत भूमि के संबंध में कुछ गलत और भ्रामक तथ्य लाए। उन्होंने बताया कि दुष्यंत चौटाला ने स्थिति स्पष्ट कर दी थी, लेकिन अभय चौटाला अड़े रहे और असंसदीय शब्दों का उपयोग करके सदन को गुमराह करने वाले कुछ गलत तथ्य भी लाए।
उन्होंने आगे कहा कि अभय चौटाला का कृत्य अनुचित और अशोभनीय था, खासकर तब जब डिप्टी सीएम ने सदन में तुरंत स्थिति स्पष्ट कर दी थी। उनके नोटिस में कहा गया है, उन्होंने (अभय चौटाला) सदन और उसके सदस्यों की गरिमा को कम किया है।
अब यहां पढ़िए… अभय-दुष्यंत की तकरार
21 फरवरी को अभय चौटाला ने अपने भतीजे दुष्यंत के खिलाफ हिसार में बन रहे एयरपोर्ट के पास जमीन कब्जाने का आरोप लगाया था। दोनों के बीच की तकरार काफी खराब हो गई थी। अभय चौटाला ने कहा था, “मैं डिप्टी सीएम को बताना चाहूंगा कि अगर खरीदी गई जमीन (हवाई अड्डे के पास) उनकी कंपनी के नाम पर पाई गई तो वह क्या करेंगे। जमीन आपकी कंपनी के नाम पर खरीदी गई है। आप दूसरों के बारे में कैसी बात कर रहे हैं? तुम सबसे बड़े चोर हो।
आपने पूरा राज्य लूट लिया है।” दुष्यंत चौटाला ने पलटवार करते हुए कहा था कि रन-वे के दोनों तरफ की जमीन सरकार की है। अध्यक्ष महोदय, आप इसकी जांच कराएं। यदि यह तथ्यात्मक रूप से गलत है तो माननीय सदस्य अभय सिंह चौटाला के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाएं। मैं यह प्रस्ताव पेश करता हूं।”