Kaithal
आज इस जिले के सरपंचों को लिया गया पुलिस हिरासत में, जानिए क्यों

सत्य खबर, नई दिल्ली ।
Sarpanch comes out in protest against Deputy CM कैथल में सरपंच बुधवार डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के विरोध में उतर आए। पुलिस के साथ सरपंचों की जमकर भिड़ंत हुई और पुलिस कई सरपंचों को घसीटते हुए गाड़ी तक लेकर गई। सरपंचों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ई-टेंडरिंग और राइट टू रिकॉल को लेकर आंदोलन कर रहे सरपंचों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला बुधवार को कैथल में जाट शिक्षण संस्थान के वार्षिक उत्सव में पहुंचे थे। सरपंचों को इसका पता चला तो वे भी नारेबाजी करते हुए मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने सरपंचों को जाट शिक्षण संस्थान के मुख्य गेट पर ही रोक लिया। पूरे करनाल रोड को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। सरपंच वहीं पर डिप्टी सीएम और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। माहौल बिगड़ता देख कर पुलिस ने सरपंचों को वहां से हटाने का प्रयास किया, लेकिन सरपंच प्रदर्शन पर अड़े रहे।
डीएसपी रविंद्र सांगवान और एसडीएम संजय कुमार मौके पर पहुंचे। इसके बाद सरपंचों को वहां से हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने लगभग 70 सरपंचों को हिरासत में लिया। कुछ को तो पुलिस लगभग घसीटते और धक्का मारते हुए गाड़ियों तक लेकर गई। सरंपचों ने जमकर विरोध किया।
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बता दें कि जिला सरपंच एसोसिएशन के सदस्य हनुमान वाटिका में एकत्रित हुए। जहां से नारेबाजी करते हुए जाट शिक्षण संस्थान में पहुंचे। यहां पर पहुंचकर सरपंचों ने जमकर बवाल काटा और काले झंडे दिखाकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। इसके सभी पुलिस ने लगभग 70 सरपंचों को हिरासत में लिया।
भाकियू के जिला प्रधान महाबीर चहल और भाकियू के प्रदेश के युवा उप प्रधान नरेंद्र माघो माजरी ने भी सरपंचों का समर्थन किया। कैथल ब्लॉक के सरपंच एसोसिएशन के प्रधान कर्मबीर मानस ने कहा कि जब तक सरकार ई टेंडरिंग व राइट टू रिकॉल वापस नहीं लेती सरपंचों का विरोध प्रदर्शन सरकार के खिलाफ जारी रहेगा। Sarpanch comes out in protest against Deputy CM