Karnatak News: पूर्व विधायक के व्यवसायी भाई का शव फालगुनी नदी में मिला, लगातार ब्लैकमेलिंग से थे परेशान
Karnatak News: कर्नाटका के मंजीलूरु जिले में पूर्व विधायक मोहीउद्दीन बावा के भाई मुमताज़ अली का शव फालगुनी नदी से बरामद किया गया है। मुमताज़ अली एक प्रमुख व्यवसायी थे और एक मुस्लिम शैक्षणिक संस्था का संचालन कर रहे थे। उनका शव बरामद होने के साथ-साथ पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
शव की बरामदगी की जानकारी
पुलिस ने बताया कि मुमताज़ अली का शव फालगुनी नदी से प्राप्त हुआ है। उनकी कार कल कूलूर पुल के पास मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने खोज अभियान शुरू किया। स्थानीय मछुआरों की मदद से एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने शव की खोज शुरू की, और आज सुबह मछुआरों ने उनका शव खोज निकाला।
घर से निकलने के समय और कार की बरामदगी
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मुमताज़ अली ने रविवार को लगभग 3 बजे अपने घर से निकले थे, लेकिन वे लौटे नहीं। लगभग 5 बजे उनकी कार कूलूर पुल के पास पाई गई। इस पर उनकी बेटी ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आशंका जताई कि वे पुल से कूद गए हो सकते हैं। वहीं, कार में दुर्घटना के निशान मिले, जिससे इस संदेह को और गहरा किया गया। हालांकि, पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है।
हनीट्रैप का संकेत
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, मुमताज़ अली की मौत का मामला हनीट्रैप की ओर इशारा करता है। परिवार के अनुसार, कुछ व्यक्तियों के एक समूह ने उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया, धमकी दी और परेशान किया, जिसके चलते उन्हें आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा। परिवार का कहना है कि जुलाई 2024 से इन व्यक्तियों ने उनसे 50 लाख रुपये से अधिक की वसूली की थी और अधिक पैसे नहीं देने पर उन्हें और नुकसान पहुंचाने की धमकी दी थी।
पुलिस की जांच से यह भी पता चला है कि एक महिला, जिसका नाम रहमत है, ने मुमताज़ अली को हनीट्रैप में फंसाया और उनके साथ अवैध संबंध स्थापित किए, फिर उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू किया।
मुमताज़ का आखिरी संदेश
अपने लापता होने से पहले, 6 अक्टूबर 2024 को मुमताज़ अली ने एक वॉयस मैसेज रिकॉर्ड किया, जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें इस निराशाजनक कदम उठाने के लिए मजबूर कर रहे थे। यह वॉयस मैसेज उन्होंने कई परिवार के सदस्यों और दोस्तों को भेजा था। परिवार की शिकायत के आधार पर, पुलिस ने मुख्य महिला आरोपी रहमत और उसके साथियों अब्दुल सत्तार, शफी, मुस्तफा, शोएब और सिराज के खिलाफ FIR दर्ज की है।
परिवार की प्रतिक्रिया
मुमताज़ अली के परिवार ने इस मामले को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उनके भाई मोहीउद्दीन बावा ने आरोप लगाया है कि पुलिस को इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में हर संभव कानूनी कार्रवाई की जाएगी और परिवार को न्याय दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
यह घटना समाज में बढ़ती हुई ब्लैकमेलिंग और हनीट्रैप की समस्याओं की ओर इशारा करती है। युवा वर्ग और व्यवसायियों को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए जागरूक किया जाना आवश्यक है। यह जरूरी है कि समाज इस विषय पर खुलकर चर्चा करे और किसी भी तरह के ब्लैकमेलिंग के खिलाफ ठोस कदम उठाए।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए सभी पहलुओं की जांच शुरू कर दी है। सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और उनकी गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच की जाएगी ताकि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को नुकसान न पहुंचे।