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Kerala: दुर्घटना में पांच मेडिकल छात्र की मौत, परिवार में शोक की लहर

Kerala: केरल के आलप्पुझा जिले में एक भयानक सड़क दुर्घटना में 5 मेडिकल छात्र अपनी जान गंवा बैठे। यह हादसा सोमवार रात को उस समय हुआ जब ये छात्र एक किराए की कार में सवारी कर रहे थे और अचानक एक केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की बस से टकरा गए। इस हादसे में 6 अन्य छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह घटना न केवल उनके परिवारों के लिए एक बड़ा आघात है, बल्कि पूरे मेडिकल कॉलेज में शोक की लहर दौड़ गई है। इस दुर्घटना की खबर सुनकर न केवल उनके परिवार और दोस्तों में ग़म का माहौल है, बल्कि शिक्षकों और सहपाठियों के लिए भी यह एक चौंकाने वाली घटना है।

घटना का विवरण

आलप्पुझा के वंदनम सरकारी मेडिकल कॉलेज के पहले वर्ष के MBBS छात्रों ने सोमवार रात को एक किराए की कार में घूमने का निर्णय लिया था। इन छात्रों में से एक छात्र ने अपने दोस्त से कहा था कि वह फिल्म देखने जा रहा है, लेकिन अफसोस कि वह अपनी यह यात्रा कभी पूरी नहीं कर सका। इसी दौरान, उनकी कार एक तेज रफ्तार में चल रही केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) की बस से टकरा गई। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि इसमें कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार छात्रों की हालत गंभीर हो गई। CCTV फुटेज से यह साफ पता चलता है कि यह दुर्घटना रात के समय बारिश के कारण हुई थी।

Kerala: दुर्घटना में पांच मेडिकल छात्र की मौत, परिवार में शोक की लहर

मृतकों की पहचान

दुर्घटना में पांच छात्रों की मौत हो गई, जिनमें से तीन की मौत मौके पर ही हो गई थी। मृतकों की पहचान मोहम्मद अब्दुल जब्बार (कन्नूर), मोहम्मद इब्राहीम (लक्षद्वीप), देवनंदन (मलप्पुरम), आयुष शाजी (आलप्पुझा) और श्रीदीप (पलक्कड़) के रूप में हुई है। इनके परिवारों को इस हादसे की खबर स्थानीय चैनल से मिली, और जब उनके परिवार वालों को यह जानकारी मिली तो उनका दर्द बेमिसाल था। एक पीड़ित के रिश्तेदार ने कहा कि वह अपने बच्चे के बारे में केवल सोमवार को ही जान पाए और अब वे आलप्पुझा आ रहे हैं।

हादसे की रिपोर्ट

पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार, यह हादसा एक तेज रफ्तार कार और बस के बीच टक्कर से हुआ था। तीन छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी और छात्रों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। इस दुर्घटना में बस में यात्रा कर रहे यात्रियों को मामूली चोटें आईं। इन छात्राओं में से एक ने अपने दोस्त से आखिरी बार यह कहा था कि वह फिल्म देखने जा रहा था, और उसकी यह बात अब एक शोकपूर्ण याद बन गई है।

मुख्यमंत्री का शोक संदेश

केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस घटना पर गहरी शोक व्यक्त की और इसे ‘बहुत दुखद घटना’ बताया। उन्होंने मृतक छात्रों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले की पूरी तरह से जांच करेगी और जो भी जिम्मेदार होगा, उसे सजा दिलवाएगी। इसके अलावा, यह हादसा न केवल छात्रों के लिए, बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।

परिवार और दोस्तों का दुख

श्रीदीप के पिता, जो पलक्कड़ से हैं, इस हादसे की खबर सुनकर पूरी तरह से चुप हो गए थे। उनका चेहरा ग़म में डूबा हुआ था और वह किसी भी बात का जवाब नहीं दे पा रहे थे। श्रीदीप के एक शिक्षक, जिन्होंने उसे स्कूल में पढ़ाया था, ने बताया कि श्रीदीप एक बहुत ही होशियार छात्र था और उसने स्कूल में चार साल तक उनके मार्गदर्शन में पढ़ाई की थी। शिक्षक ने कहा, “वह मेरे लिए एक बेटे जैसा था, और यह घटना हमारे लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।”

दूसरी ओर, मोहम्मद अब्दुल जब्बार के माता-पिता इस दुखद घटना के बारे में केवल मीडिया से सुन पाए और वह आलप्पुझा आने की तैयारी कर रहे थे। एक अन्य छात्र के रिश्तेदार ने बताया कि यह हादसा परिवार के लिए असहनीय था और वे अब उस दर्दनाक क्षण के साथ जीवन बिताने के लिए तैयार हो रहे थे, जब उनका बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा।

भविष्य में इस तरह के हादसों से बचाव के उपाय

यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा की आवश्यकता को उजागर करता है। केरल में ऐसे हादसे बढ़ते जा रहे हैं, और यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक संकेत है कि हमें सड़क सुरक्षा के नियमों को और सख्ती से लागू करने की आवश्यकता है। खासकर रात के समय जब दृश्यता कम होती है, तेज रफ्तार और लापरवाही से दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इस घटना से यह भी स्पष्ट होता है कि हमें सड़क पर सावधानी बरतने की जरूरत है, और छात्रों के लिए खासकर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करनी चाहिए।

यह दुर्घटना केरल के आलप्पुझा जिले में घटित एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, जिसमें पांच मेडिकल छात्रों की जान गई। इस हादसे ने न केवल उनके परिवारों को शोकित किया है, बल्कि उनके सहपाठियों और शिक्षकों को भी गहरे आघात पहुंचाया है। सरकार को इस घटना से शिक्षा लेनी चाहिए और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा उपायों को और मजबूत करना चाहिए। सरकार और समाज को मिलकर ऐसे हादसों से बचाव के लिए काम करना चाहिए ताकि भविष्य में किसी और को इस प्रकार के दर्दनाक हादसों का सामना न करना पड़े।

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