Jind
जुलाना क्षेत्र के खेतों से बरसाती पानी निकासी को लेकर डीसी ने ली अधिकारियों की बैठक

सत्य खबर जींद, महाबीर मित्तल: उपायुक्त नरेश कुमार नरवाल ने कहा कि जुलाना क्षेत्र के खेतों से बरसाती पानी निकासी के लिए अतिरिक्त प्रबंध करना सुनिश्चित करें। तेजी से पानी निकासी के लिए फिलहाल अस्थाई व्यवस्था तुरंत करवाएं और भविष्य में पानी की निकासी के लिए स्थाई प्रबंध करवाने के लिए विकास परियोजना का प्रस्ताव तैयार करें। नरेश कुमार ने यह निर्देश स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित बाढ़ बचाव प्रबंधों की समीक्षा करने को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए। बैठक में खेतों से बरसाती पानी निकासी की तुरंत व्यवस्था करवाने को लेकर गहनता से विचार- विमर्श किया गया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि भविष्य में खेतों से पानी की निकासी तेजी से हो, इसके लिए स्थाई व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें। फिलहाल खेतों से पानी निकासी के लिए पाईप लाईन के माध्यम से प्रयास करें। अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि बरसाती पानी निकासी की व्यवस्था करवाने के लिए कई विकास परियोजनाओं पर काम चल रहा है जल्द ही इन विकास कार्यों को पूर्ण करवा लिया जाएगा, जिससे पानी निकासी में सुविधा होगी।
यह भी पढ़ें:- अफगान संकट पर दुनिया के ‘सुपरपॉवर’ देशों की मीटिंग, तालिबान पर लगेंगे कड़े प्रतिबंध
उपायुक्त अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन विकास परियोजनाओं पर निर्माण कार्य शुरू होना है उन्हें शीघ्रता से शुरू करवाएं तथा जिन विकास कार्यों पर काम चल रहा है उन्हें जल्द पूर्ण करवाएं। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने उपायुक्त को बताया कि सभी पम्प हाऊस सही ढंग से काम कर रहे है और बरसाती पानी निकासी का कार्य निरन्तर जारी है। जिन क्षेत्रों से बरसाती पानी की निकासी पम्प हाऊस के माध्यम होना सम्भव नहीं है, उन क्षेत्रों से पानी निकासी के लिए पाईप लाईन बिछाने का कार्य करवाया जा रहा है। पायलेट प्रोजैक्ट के रूप में अकालगढ़ गांव में 416० फुट लम्बी पाईप लाईन जमीन के 6 फुट नीचे डालकर पानी की सफलतापूर्वक निकासी करवाई जा रही है। इसी प्रकार से पाईप लाईन बिछाकर अन्य खेतों से भी पानी निकासी का कार्य पूरा करवाया जाएगा। उपायुक्त ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पानी निकासी के स्थापित पम्प हाऊसों की देखरेख करते रहे ताकि बारिश होने की सूरत में किसी प्रकार का कोई व्यवधान पैदा न हो।
