Maharashtra Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी राजनीतिक दल पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज से राज्य में चुनावी प्रचार की शुरुआत करेंगे। इस दौरान वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में कुल नौ रैलियों को संबोधित करेंगे। राज्य बीजेपी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि पीएम मोदी 12 नवंबर को पुणे में एक रोड शो में भी हिस्सा लेंगे।
होगी पीएम मोदी की पहली रैली की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली रैली शुक्रवार को उत्तर महाराष्ट्र के धुले में दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। इसके बाद, वे दोपहर 2 बजे नासिक में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। 9 नवंबर को पीएम मोदी दोपहर 12 बजे अकोला में और 2 बजे नांदेड़ में चुनाव प्रचार करेंगे। बीजेपी के अनुसार, पीएम मोदी की रैलियों से महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी की पकड़ को और मजबूत करने का प्रयास किया जाएगा।
पुणे में रोड शो करेंगे पीएम मोदी
12 नवंबर को पीएम मोदी चिमूर और सोलापुर में रैलियों को संबोधित करेंगे। शाम को वे पुणे में एक भव्य रोड शो में शामिल होंगे। इसके बाद 14 नवंबर को पीएम मोदी महाराष्ट्र के तीन अहम स्थानों – छत्रपति संभाजीनगर, रायगढ़ और मुंबई में रैलियां करेंगे। 288 सदस्यीय राज्य विधानसभा के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा और तीन दिन बाद वोटों की गिनती की जाएगी। इन रैलियों के माध्यम से बीजेपी राज्य में अपने चुनाव प्रचार को चरम पर ले जाने का प्रयास कर रही है।
बारामती में पारिवारिक लड़ाई, नहीं होगी पीएम की रैली: अजित पवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से अपने बारामती निर्वाचन क्षेत्र में चुनावी रैली आयोजित करने का अनुरोध नहीं किया। अजित पवार इस सीट पर अपने भतीजे युगेंद्र पवार के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं, जो शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के उम्मीदवार हैं। जब उनसे पूछा गया कि अन्य एनसीपी उम्मीदवार भी अपने क्षेत्र में अमित शाह जैसे वरिष्ठ बीजेपी नेताओं की रैलियां नहीं चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि इसका कारण चुनाव प्रचार के लिए समय की कमी हो सकता है। साथ ही चुनावी खर्चे की सीमा भी इसका एक कारण हो सकती है।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने जारी किया ‘वचननामा’
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र ‘वचननामा’ जारी किया। वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ, ठाकरे ने कहा कि अधिकांश वादे महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के घोषणापत्र के अनुरूप हैं। लेकिन, कुछ मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत महसूस की गई।
उद्धव ठाकरे ने कहा, “शिवसेना (यूबीटी) की ओर से, मैंने जनता के सामने हमारी प्रतिबद्धता प्रस्तुत की है कि महा विकास अघाड़ी सरकार के सत्ता में आने पर हम क्या हासिल करेंगे और किस प्रकार हम जनता की सेवा करेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “यह सच है कि हमारे अधिकतर वादे एमवीए के घोषणापत्र को दर्शाते हैं, लेकिन कुछ ऐसे पहलू थे जिन्हें हमने अलग से शामिल किया है ताकि जनता के हितों को सुरक्षित रखा जा सके।”
90 प्रतिशत से अधिक वादों को पूरा किया – उद्धव ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन में रहते हुए हमने 90 प्रतिशत से अधिक वादों को पूरा किया है। आज हम जनता के आशीर्वाद के साथ सभी वादों को पूरा करने का संकल्प लेते हैं। पीटीआई के अनुसार, उद्धव ने धारावी पुनर्विकास परियोजना को समाप्त करने, छात्रों के लिए मुफ्त शिक्षा योजना का विस्तार करने और आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को स्थिर करने का वादा किया है।
महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा सुविधा
उद्धव ठाकरे ने वादा किया कि महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर बनाया जाएगा। बुधवार को एमवीए गठबंधन ने एक संयुक्त रैली में पांच प्रमुख गारंटियों की घोषणा की, जिनमें से एक महालक्ष्मी योजना है। इसके तहत, प्रत्येक परिवार से एक महिला को तीन हजार रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। साथ ही, महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। इसी तरह, अन्य वादों में भी जनता के हितों का ध्यान रखा गया है।
महाराष्ट्र चुनाव में बड़ा दांव
महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। पीएम मोदी की चुनावी रैलियों से बीजेपी को जहाँ मजबूती मिलने की संभावना है, वहीं उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) का वचननामा महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के समर्थन में जनता को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है। एनसीपी के अजित पवार का अपने पारिवारिक मतभेदों के चलते पीएम मोदी की रैली से परहेज करना भी सुर्खियों में है।
वोटरों की ओर सबकी नजरें
महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव से पहले सभी पार्टियों ने अपनी-अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पीएम मोदी की रैलियों से बीजेपी ने अपनी पकड़ को और मजबूत करने का प्रयास किया है, जबकि शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी जैसे दल जनता के सामने अपने वादों के साथ विश्वास का प्रस्ताव रख रहे हैं। अब देखना होगा कि जनता किस पार्टी को अपने मतों से आशीर्वाद देती है और कौन सी पार्टी राज्य की सत्ता पर काबिज होती है।
चुनावी प्रचार में बढ़ती रफ्तार
महाराष्ट्र चुनाव के मद्देनज़र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों और रोड शो से बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। वहीं, एमवीए के वचननामा और गारंटी योजनाओं के माध्यम से विपक्ष ने भी जनता को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। चुनाव प्रचार अब अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है और सभी दल अपनी अंतिम तैयारियों के साथ मैदान में उतर चुके हैं।
अब 20 नवंबर को होने वाले मतदान और इसके तीन दिन बाद मतगणना के परिणाम पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।