MS Dhoni: क्या धोनी की सेना में वापसी? भारत-पाक युद्ध के बढ़ते खतरे के बीच एमएस धोनी का महत्व

MS Dhoni: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों ने एक दूसरे पर तीन दिनों से लगातार हमले किए हैं। हालांकि भारत को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है लेकिन पाकिस्तान में अफरा-तफरी का माहौल है। ऐसे में यह स्थिति और भी गंभीर होती जा रही है।
भारतीय सरकार की तैयारी और एमएस धोनी का योगदान
भारत सरकार ने स्थिति को और गंभीर मानते हुए भारतीय सेना की क्षेत्रीय सेना को अलर्ट कर दिया है। इस सेना का हिस्सा भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी भी हैं। एमएस धोनी को भारतीय क्षेत्रीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल का सम्मान प्राप्त है। यदि स्थिति बिगड़ती है तो धोनी को भी अपनी भूमिका निभानी होगी।
धोनी की आईपीएल से विश्राम और क्षेत्रीय सेना की भूमिका
एमएस धोनी, जिन्होंने भारत को तीन आईसीसी खिताब जिताए हैं, अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। वह कुछ समय पहले तक आईपीएल खेल रहे थे, लेकिन भारत-पाकिस्तान के तनाव के कारण आईपीएल को स्थगित कर दिया गया है। अब धोनी को अपनी क्षेत्रीय सेना की जिम्मेदारी निभानी होगी।
क्षेत्रीय सेना क्या है और उसकी भूमिका
क्षेत्रीय सेना भारतीय सेना का एक हिस्सा है जो सीधे मोर्चे पर नहीं जाती लेकिन जब युद्ध की स्थिति बनती है तो इसे भी मैदान में भेजा जाता है। यह सेना नियमित सेना के साथ कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करती है और आवश्यकता पड़ने पर सेना को इकाइयां भी देती है। इसके सदस्य अपने काम के साथ सेना की ट्रेनिंग भी लेते हैं।
क्या होगा अगले कुछ दिनों में
क्षेत्रीय सेना का काम संकट के समय आंतरिक सुरक्षा प्रदान करना भी होता है। यह सेना एक स्वैच्छिक संगठन है जिसमें लोग अपने मुख्य कार्य के साथ-साथ युद्ध या संकट के समय सेना में शामिल होते हैं। अब यह देखना होगा कि इस बढ़ते तनाव का क्या रूप सामने आता है और भारत को इसके लिए किस प्रकार की तैयारियों की आवश्यकता होती है।