Haryana
चचेरे भाई की हत्या के आरोप में दो सगे भाईयों पर हत्या का मामला दर्ज
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – बीती देर शाम गांव दनौदा कलां में जमीनी विवाद में चचेरे भाई की हत्या करने और चाची को गंभीर रूप से घायल करने के आरोप में दो सगे भाईयों पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है। सदर थाना से मिली जानकारी के […]
सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) – बीती देर शाम गांव दनौदा कलां में जमीनी विवाद में चचेरे भाई की हत्या करने और चाची को गंभीर रूप से घायल करने के आरोप में दो सगे भाईयों पर हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है। सदर थाना से मिली जानकारी के अनुसार गांव दनौदा कलां निवासी राजबाला ने पुलिस मे दिये बयान मे बताया कि उसके ससुर पोलू राम ने अपनी 30 एकड़ जमीन बलबीर उर्फ जिले, उसके पति सतबीर उर्फ डैनी, रामकुमार उर्फ केरू और दो लड़कियों जिले और एक अन्य के नाम बराबर-बराबर बांट दी थी। उनमें से उसकी एक ननद ने अपने हिस्से की 6 एकड़ तीनों में बांट दी थी और दूसरी ननद जिली ने अपने हिस्से की जमीन केवल बलबीर उर्फ जिली सिंह के नाम कर दी थी।
जिससे दूसरे भाईयों को इस पर ऐतराज था, इस बारे में कई बार पंचायते भी हुई, लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। जिले सिंह के नाम 6 एकड़ जमीन नाम करवा देने पर उसके लड़कों को भी ऐतराज था, जिससे केस कोर्ट मे डाल दिया गया था। उसके लड़के सूरज ने कोर्ट से स्टे लिया था और तीन-चार दिन बाद भी कोर्ट में पेशी थी। जब वह अपने बेटे सूरज के साथ खेत में काम करके वापिस लौट रहे थे, तो रास्ते में उसके जेठ के लड़कों ज्योति व किरण ने जमीनी रंजिश रखते हुए उनको घेर लिया और अपने साथ लाये तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। उनके साथ मोटरसाइकिल पर बैठा व्यक्ति अपने आपको बचाते हुए भाग गया, लेकिन वे उनके हमले से बच नहीं सके। उन्होंने उसके लड़के पर हमला कर दिया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोटें लगने के कारण मौके पर ही मौत हो गई और वह इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गई।
चार साल से चल रहा था जमीनी विवाद
मृतक सूरज के ससुर सत्यवान ने बताया कि उनका पिछले 4 सालों से जमीनी विवाद चला हुआ था, क्योंकि जिले सिंह के लड़कों के नाम 14 एकड़ जमीन हो गई थी और अन्य के नाम 8 एकड़ थी। इसी बात को लेकर यह विवाद गर्माया हुआ था। इस बारे में कोर्ट के केस चला था, लेकिन उनको यह नहीं पता था कि यह मामला एक दिन उसके दामाद की जान ही ले लेगा।
अपनी मां का इकलौता सहारा था सूरज
मृतक 25 वर्षीय सूरज के पिता सतबीर उर्फ डैनी की लगभग 15 साल पहले ही मौत हो गई थी और उसके मां राजबाला ने उसको पाल-पोसकर बड़ा किया था, ताकि वो उसका बुढ़ापा का सहारा बन सके। लेकिन राजबाला को यह क्या पता था कि उसके सगे ही उसको उससे छीन लेंगे। जब राजबाला को सूरज की मौत का पता चला, तो उसका रो-रोककर बुरा हाल था और बार-बार बेहोश हो रही थी। मृतक सूरज अपने पीछे तीन साल की लड़की छोड़ गया है।
पुलिस ने मृतक की मां राजबाला के बयान पर दो भाईयों किरण व ज्योति को नामजद करते हुए हत्या, हत्या का प्रयास, लड़ाई-झगड़ा का मामला दर्ज कर कारवाई शुरू कर दी है।