हरियाणा

NIA ने शुरू की नीमराणा हमले की गहरी जांच, क्या Arsh Dalla है असल मास्टरमाइंड?

नीमराना होटल फायरिंग हमले की साजिश में कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी अर्श दल्ला का हाथ होने की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा की गई है। यह हमला पिछले साल 8 सितंबर को नीमराना स्थित होटल हाईवे किंग के पास हुआ था, जिसमें 35 गोलियां चलाई गई थीं। इस मामले में शनिवार को NIA टीम ने राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में 10 जगहों पर छापेमारी की।

35 गोलियां चलाई गईं, आतंक फैलाने का था उद्देश्य

इस हमले का मुख्य उद्देश्य लोगों में डर और आतंक फैलाना था। होटल हाईवे किंग के पास 35 गोलियां चलाई गईं। हमलावरों की पहचान बाद में बंबिया गैंग के सदस्यों के रूप में हुई, जो अर्श दल्ला के आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़े हुए थे। ये हमलावर लोगों को डराने और धमकाने के लिए इस तरह के आतंकी कृत्य कर रहे थे।

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होटल मालिक और मैनेजर को धमकी देने का मामला

इन आतंकवादियों ने न केवल प्रतिबंधित हथियारों का इस्तेमाल किया, बल्कि होटल के मालिक और मैनेजर से उगाही के लिए धमकी भी दी थी। होटल मैनेजर को पहले भी कई बार अंतरराष्ट्रीय नंबरों से धमकी भरे कॉल्स आए थे। ये आतंकवादी संगठन उगाही के लिए इस तरह के कृत्य करते थे और अपने लक्ष्य को भयभीत करके उनसे भारी रकम की मांग करते थे।

NIA की जांच में कई उपकरण और सबूत जब्त किए गए

NIA ने दिसंबर में इस मामले को अपने हाथ में लिया था और आरोपियों व संदिग्धों के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की थी। NIA के अनुसार, ये आरोपी खालिस्तानी आतंकवादी अर्श दल्ला और उसके साथी दिनेश गांधी के निर्देश पर आतंक फैलाने और हिंसा करने के लिए वित्तीय सहायता जुटा रहे थे। ये गैंगस्टर और उनके सहयोगी आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से धन जुटाने के लिए व्यापारियों और अन्य लोगों को अपनी धमकियों का शिकार बनाते थे।

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फंड जुटाने के लिए आतंकवादी कृत्यों का सहारा

NIA की जांच में यह बात सामने आई कि अर्श दल्ला के सहयोगी खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों के लिए धन जुटाने के लिए आतंकवादी और हिंसक कृत्यों का सहारा ले रहे थे। ये गैंगस्टर अपने लक्ष्यों को पहचानते थे और उन्हें धमकाकर उनसे बड़ी रकम वसूलने के लिए दबाव डालते थे। NIA की जांच अब भी जारी है, और इसके तहत देश में सक्रिय आतंकवादी और गैंगस्टर सिंडिकेट्स की पहचान करने और उन्हें खत्म करने की कोशिश की जा रही है।

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