बसें नहीं भेजें जाने से प्रैक्टिकल हेतू नहीं पहुंच पाई नर्सिंग छात्राएं
सत्यखबर सफीदों (महाबीर मित्तल) – सफीदों नर्सिंग कालेज की छात्राओं में सरकार द्वारा समय पर बसें नहीं भेजे जाने से तीन महीने की कक्षाएं लगाने के बाद भी प्रैक्टिकल के लिए मेडिकल सेंटरों पर नहीं पहुंच पाने के कारण छात्राओं में रोष पाया गया। छात्राओं के मुताबिक एएनएम, जीएनएम व बीएससी की छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। छात्राओं ने सरकार से मंजूर तीनों बसें चलाने व होस्टल बिल्डिंग के पास ही होस्टल बनाने की मांग की है। छात्रा मानसी व किरण समेत अनेक छात्राओं का कहना था कि उनकी कक्षाएं 15 नवंबर 2018 से शुरू हुई।
जिसके बाद उन्हें 15 फरवरी से पै्रक्टिकल के लिए बनाए गए पांच सेंटरों पीजीआई मेडिकल खानपुर, सफीदों अस्पताल, जींद अस्पताल, पानीपत अस्पताल व करनाल अस्पताल में जाना था लेकिन सरकार द्वारा बसें नहीं भेजे जाने के कारण वे सेंटरों पर नहीं पहुंच पाई। उनका कहना था कि उनको हर रोज कक्षाएं पूरी करने के बाद अस्थाई होस्टल में करीब 6 किलोमीटर दूर जाना पड़ रहा है। हर रोज के सफर के कारण उन्हे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। छात्राओं ने मांग की कि सरकार उनका होस्टल नर्सिंग कालेज के आसपास ही बनवाएं।
इस मामले में नर्सिंग कालेज की नोडल अधिकारी संतोष हुड्डा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल 11 फरवरी को सफीदों नर्सिंग कालेज में आए थे। उन्होंने जल्द ही उनकी सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया था। जल्द ही बसें पहुंचने की उम्मीद है। स्टाफ नर्सांे की डेपुटेशन व बसों के लिए डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन रिसर्च चंडीगढ़ में डिमाड भेजी चुकी है।