हरियाणा

बस स्टैंड पर खुला महिला ढाबा, जिला परिषद चेयरमैन ब्रह्मदेव स्याहड़वा व एडीसी मान ने किया शुभारंभ

सत्यखबर हिसार (विनोद सैनी) – हिसार के मुख्य बस अड्डे पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाया गया घर जैसा शुद्घ खाना केवल 60 रुपये में उपलब्ध होगा। जिला परिषद चेयरमैन ब्रह्मदेव स्याहड़वा व अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत सिंह मान ने आज बस अड्डा के बूथ नंबर एक के पास अन्न देव महिला ढाबा का विधिवत् रूप से उद्घाटन किया। बस स्टैंड की कैंटीन में जिला की स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने अन्न देव महिला ढाबा के नाम से अपना कार्य शुरू किया है।

अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान ने कहा कि हिसार में आयोजित दो महत्वपूर्ण आयोजनों, राष्ट्रीय महिला हॉकी प्रतियोगिता तथा किसान मेले में सैकड़ों लोगों के लिए कैटरिंग की सफल व्यवस्था करने वाली स्वंय सहायता समूह की महिलाओं के स्वरोजगार के लिए बेहतर प्लेटफार्म देने की दिशा में प्रशासन ने यह पहल की है।

दोनों समारोह में महिलाओं ने शुद्घ व स्वादिष्ट व्यजंन उपलब्ध करवाकर अपनी पाक कला का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था। महिलाओं की इसी काबलियत को ध्यान में रखते हुए बस स्टैंड स्थित कैंटीन को महिला ढाबा बनाकर इसके संचालन का पूर्ण दायित्व इन महिलाओं के हाथों में दिया गया है। चेयरमैन ब्रह्मदेव स्याहड़वा व एडीसी मान ने उद्घाटन उपरांत अन्न देव महिला ढाबा का निरीक्षण किया और इसका संचालन करने वाली महिलाओं को बधाई व शुभकामनाएं दीं।

अन्न देव महिला ढाबे की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य बस अड्डे पर यात्रियों को शुद्घ व स्वादिष्ट खाना उपलब्ध करवाना है। इसके माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नियमित रोजगार भी मिलेगा। अन्न देव ढाबे पर यात्रियों को 60 रुपये में भरपेट शुद्घ खाना उपलब्ध करवाया जाएगा। इस ढाबे में काम करने वाली महिलाओं में शामिल सत्यवती, नीतू रानी, सुनीता, भतेरी देवी, राजबाला धान्सू व राजबाला भैणी शामिल हैं।

महिला ढाबे पर 60 रुपये में मिलने वाली खाने की थाली में इच्छानुसार चपाती, दो सब्जियां, सलाद, रायता व लस्सी शामिल है। ढाबे की खासियत यह रहेगी की यहां गेहू व बाजरे की रोटी के साथ कढ़ी भी उपलब्ध होगी। रोटियों के लिए केवल ऑर्गेनिक खाद से तैयार बाजरे व गेंहू का इस्तेमाल किया जाएगा। इस ढाबे पर आमजन को घर जैसा बना खाना उपलब्ध होगा। महिला ढाबा प्रात: 7 से सायं 7 बजे तक खुला रहेगा। यहां नाश्ते और दोपहर के भोजन के साथ-साथ स्वंय सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए बाजरे के बिस्कुट, लड्डू, बाजरे की खिचड़ी, ब्रेड-पकौड़ा, दलिया आदि भी उपलब्ध होगा। इस ढाबे पर महिलाओं द्वारा अपने हाथ से बनाए गए उत्पाद व ताजा व्यजंन उपलब्ध होंगे।

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