Pilibhit encounter: आतंकी गुरविंदर सिंह पर दर्ज थे कई मामले, पिलीभीत एनकाउंटर में मारा गया!
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Pilibhit encounter: पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त ऑपरेशन में पिलिभीत के मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों में से एक आतंकी गुरविंदर सिंह था। गुरविंदर सिंह गुरदासपुर के कलानौर स्थित रहीमाबाद गांव का निवासी था, जो पिछले कुछ सालों से कलानौर में ही रह रहा था। उसे उसके माता-पिता ने गोद लिया था। वह बुरी संगत में फंसकर कई चोरियां और लूट की वारदातों में शामिल था, जिनके खिलाफ कई मामले दर्ज थे।
हत्या का मामला भी दर्ज था
कुछ साल पहले, गुरविंदर ने एक युवक को नहर में डुबोकर हत्या कर दी थी। इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया गया था और वह जमानत पर था। हत्या के बाद, उसने अपने माता-पिता को छोड़ दिया और अकेले ही कलानौर में रहने लगा।
पिलिभीत में मारा गया गुरविंदर
पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में, गुरविंदर सिंह को उत्तर प्रदेश के पिलिभीत जिले में मुठभेड़ में मार गिराया गया। बताया जा रहा है कि उसके रिश्तेदार पिलिभीत में रहते थे। इस मुठभेड़ में, गुरविंदर के अलावा दो अन्य खालिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए। सभी तीन आतंकवादी पिलिभीत के पुरनपुर क्षेत्र में छिपे हुए थे।
खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ बड़ी सफलता
पंजाब पुलिस के डीजीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि पाकिस्तान द्वारा समर्थित खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (KZF) आतंकवादी मॉड्यूल के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की गई है। पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ हुई, जिन्होंने पुलिस पार्टी पर गोलियां चलाई थीं। इस आतंकवादी मॉड्यूल का संबंध पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमलों से था।
मुठभेड़ में दो पुलिसकर्मी घायल
मुठभेड़ के दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। घायलों में एसओजी टीम के कांस्टेबल शाहनवाज और मधोटांडा पुलिस स्टेशन के कांस्टेबल सुमित राठी शामिल हैं। मुठभेड़ के बाद, सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी और इंस्पेक्टर सुंगढ़ी पवन पांडे पुरनपुर कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पहुंचे। मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के पास से दो AK-47 राइफलें बरामद की गईं।
मारे गए आतंकवादियों के नाम
पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों की पहचान की है। इन आतंकवादियों के नाम निम्नलिखित हैं:
- गुरविंदर सिंह – निवासी मोहल्ला कलानौर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
- वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि – पुत्र रंजीत सिंह उर्फ जीता, निवासी गांव अगवान, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
- जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह – निवासी गांव निक्का सूर, थाना कलानौर, जिला गुरदासपुर, पंजाब
पुलिस पोस्टों की फिर से शुरूआत
गुरदासपुर जिले के कलानौर पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले बक्शीवाल और वडाला बंगर पुलिस पोस्टों, जो हाल ही में बम धमाकों के कारण बंद कर दिए गए थे, को अब फिर से खोला गया है। इन पुलिस पोस्टों की सीमा पाकिस्तान से लगती है, और इन पोस्टों पर अब पुलिस कर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। पहले इन दोनों पोस्टों में कुल चार पुलिस कर्मी तैनात थे, लेकिन अब इन पोस्टों में कर्मचारियों की संख्या तीन गुना बढ़ाकर 12 कर दी गई है।
पुलिस पोस्टों में कर्मचारियों की तैनाती में बदलाव
कलानौर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले बक्शीवाल और वडाला बंगर पुलिस पोस्टों को पहले कर्मचारियों की कमी के कारण बंद कर दिया गया था, लेकिन अब इन पोस्टों पर पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। यह कदम सीमा पर आतंकवादियों और अवैध गतिविधियों से निपटने के लिए उठाया गया है।
आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। इस मुठभेड़ के बाद, पुलिस ने कहा है कि आतंकवादियों के खिलाफ यह कार्रवाई उनकी जान की सुरक्षा और समाज में शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक थी। इस मुठभेड़ ने यह स्पष्ट कर दिया कि पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की सख्ती से नहीं चूकेगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती रहेगी।
आतंकवादियों के मारे जाने से क्षेत्र में शांति
पिलिभीत मुठभेड़ के बाद, क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए पुलिस प्रशासन ने कदम उठाए हैं। पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीम ने आतंकवादियों को ढूंढ़ने और उनका सामना करने में सफलता पाई है, जिससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है। मुठभेड़ के बाद, पुलिस प्रशासन ने पिलिभीत और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
आतंकवादियों के खिलाफ पुलिस की सफलता
यह मुठभेड़ पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है। तीन आतंकवादियों को मार गिराने से ना केवल इन आतंकवादियों का खात्मा हुआ है, बल्कि इससे पूरे इलाके की सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूती मिली है। पंजाब पुलिस की इस सफलता से खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की ओर संकेत मिलता है।
पिलिभीत मुठभेड़ ने यह सिद्ध कर दिया है कि आतंकवादियों के खिलाफ संयुक्त पुलिस कार्रवाई कितनी प्रभावी हो सकती है। पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की यह साझेदारी आतंकवाद के खिलाफ एक अहम कदम साबित हुई है। गुरविंदर सिंह जैसे आतंकवादियों का खात्मा उनकी बुरी संगत और अपराधों की कड़ी सजा है, जो समाज में अशांति फैला रहे थे।