PM Modi का महाराष्ट्र दौरा, मुंबई मेट्रो लाइन का उद्घाटन और कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे
प्रधानमंत्री Narendra Modi आज महाराष्ट्र के दौरे पर हैं, जहां वह राज्य में कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस दौरे में सबसे खास है मुंबई की पहली पूर्ण रूप से भूमिगत मेट्रो लाइन, कोलाबा-बांद्रा-सीप्ज मेट्रो लाइन 3 का उद्घाटन। इसके साथ ही प्रधानमंत्री अन्य कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और भूमि पूजन भी करेंगे। इस दौरे को विकास और विरासत के संगम के रूप में देखा जा रहा है, जहां आधुनिक बुनियादी ढांचे की आधारशिला रखी जा रही है और पुराने सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण भी किया जा रहा है।
मुंबई मेट्रो लाइन 3 का उद्घाटन
प्रधानमंत्री Narendra Modi आज मुंबई मेट्रो लाइन 3 के एक हिस्से का उद्घाटन करेंगे। यह मेट्रो लाइन मुंबई की पहली पूर्णतः भूमिगत मेट्रो सेवा है, जो कोलाबा, बांद्रा और सीप्ज को जोड़ती है। इस मेट्रो लाइन के 12.69 किलोमीटर लंबे हिस्से को आरे जोगेश्वरी विक्रोली लिंक रोड (JVLR) से बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) तक आंशिक रूप से खोला जाएगा। यह परियोजना मुंबई में यातायात की भीड़ को कम करने और लोगों के आवागमन को सुगम बनाने के उद्देश्य से की जा रही है।
मेट्रो से सफर करेंगे प्रधानमंत्री
मेट्रो के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री Modi खुद मेट्रो में सफर करेंगे। वे बीकेसी मेट्रो स्टेशन से सांताक्रूज मेट्रो स्टेशन तक की यात्रा करेंगे और इस दौरान ट्रेन में लाभार्थियों, छात्रों और कर्मचारियों से बातचीत करेंगे। इस सफर से प्रधानमंत्री को मेट्रो के संचालन का अनुभव मिलेगा और वे मुंबई के नागरिकों के बीच सीधे संवाद कर सकेंगे।
मेट्रोConnect3 मोबाइल ऐप का लॉन्च
प्रधानमंत्री Modi इस दौरे में ‘मेट्रोConnect3’ नामक एक मोबाइल ऐप भी लॉन्च करेंगे, जो मेट्रो यात्रा को और सुविधाजनक बनाएगा। यह ऐप मेट्रो यात्रियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिससे वे मेट्रो सेवा का पूरा लाभ उठा सकेंगे। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री एक ‘कॉफी टेबल बुक’ का भी अनावरण करेंगे, जिसमें मुंबई की भूमिगत मेट्रो के निर्माण की यात्रा को खूबसूरत तस्वीरों के माध्यम से दर्शाया गया है।
विकास और विरासत का संगम
अपने दौरे के बारे में प्रधानमंत्री Modi ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “कल महाराष्ट्र में विकास और विरासत का संगम देखने को मिलेगा।” प्रधानमंत्री Modi इस दौरे के दौरान महाराष्ट्र में कई सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे। वे सुबह 11:30 बजे वाशिम में ‘बंजारा हेरिटेज म्यूजियम’ का उद्घाटन करेंगे, जो बंजारा समुदाय की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का काम करेगा। इसके बाद प्रधानमंत्री किसानों के कार्यक्रम में शामिल होंगे और फिर ठाणे में विकास परियोजनाओं के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास
प्रधानमंत्री Modi ठाणे इंटीग्रल रिंग मेट्रो रेल परियोजना का भी शिलान्यास करेंगे, जिसे लगभग 12,200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इस परियोजना की कुल लंबाई 29 किलोमीटर होगी, जिसमें 20 ऊंचे और 2 भूमिगत स्टेशन होंगे। ठाणे, जो कि महाराष्ट्र का एक प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्र है, में बढ़ती परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यह मेट्रो परियोजना एक महत्वपूर्ण पहल है।
राज्य के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम
प्रधानमंत्री Modi का यह दौरा महाराष्ट्र के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। मेट्रो परियोजना और अन्य विकास योजनाओं से न केवल यातायात व्यवस्था सुधरेगी बल्कि लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। मुंबई, जो कि देश की आर्थिक राजधानी है, में बढ़ती आबादी और यातायात की समस्याओं को देखते हुए मेट्रो नेटवर्क का विस्तार एक महत्वपूर्ण कदम है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री का यह दौरा महाराष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है। वाशिम में बंजारा हेरिटेज म्यूजियम का उद्घाटन बंजारा समुदाय की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का एक प्रयास है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य गणमान्य व्यक्ति होंगे शामिल
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, अजीत पवार, राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल सहित कई अन्य प्रमुख नेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल होंगे।
महाराष्ट्र के लिए भविष्य की योजनाएँ
प्रधानमंत्री Modi का यह दौरा राज्य में विकास परियोजनाओं की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मेट्रो लाइन 3 और ठाणे मेट्रो परियोजना जैसे बड़े बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से राज्य में परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा और साथ ही लोगों के आवागमन में आसानी होगी। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री के इस दौरे से राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे, क्योंकि इन परियोजनाओं के निर्माण और संचालन में बड़े पैमाने पर लोगों की आवश्यकता होगी।