Connect with us

Satnali

ग्रामीणों ने की जौहड़ों में पानी भरने की मांग

Published

on

सत्यखबर सतनाली मंडी (प्रीतम शेखावत) – सतनाली सहित खंड के गांवों के पिछले कई वर्षों से बिना पानी के सुखे पड़े है। पशु पक्षियों व गांवों के मवेशियों के पीने के पानी व उनके स्नान के लिए प्रयोग किए जाने वाले जोहड़ों का अस्तित्व भी पानी न आने के कारण समाप्त होने की कगार पर है। हालात यह है कि गांवों में जोहड़ों की हालत दयनीय स्थिति में है तथा उनमें पानी की बूंद तक नहीं है।

सरकार के आदेशों के बाद भी प्रशासन के अधिकारी खंड के गांवों के जौहडों को नहरी पानी से भरवाने का कोई प्रयास नही कर रहे है। ऐसे में भीषण गर्मी के मौसम प्यास से दर दर भटकते मवेशी व परिदों को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है।वहीं सतनाली क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा गर्मी के मौसम में जौहडों को भरवाने के लिए प्रशासन से मांग भी करते है,परन्तु अधिकारियों के काने जू तक नही रैंगती है।

राजस्थान की सीमा से सटा सतनाली सहित गांवों में लोगों के अधिकतर लोगों को रोजगार नही मिलने के कारण ये लोग खेती बाडी व पशुपालन करके अपनी परिवार का पेट पाल रहे है। लेकिन गर्मी के मौसम में सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि भीषण गर्मी के मौसम को मध्यनजर ध्यान में रखते हुए सरकार ने सिंचाई विभाग व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को पीने के पानी व पशुओं के पानी की समस्या को दूर करने के सख्त आदेश दे रखे है बावजूद इसके जिला प्रशासन सतनाली सहित गांवों के जोहड़ भरवाने के लिए कोई कदम नही उठा रहा है।

तपती भीषण गर्मी में गांव में सुखे पड़े जौहडों के कारण प्यास से दर दर भटकते मवेशी व परिदों को देखकर सहज ही लगाया जा सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि जहां एक ओर ग्रामीणों के लिए पेयजल जुटाना मुश्किल बना हुआ है। वहीं जगली जानवरों व पशु पक्षियों का हाल सबसे ज्यादा खराब है। उन्होंने बताया कि यहां के हालात यह है कि बरसात की कमी व नहरी पानी के आभाव में लगभग तीन दशक से ये जोहड़ सूखे पड़े है। जिसके कारण मवेशियों और जंगली जानवरों व पक्षियों को अपनी प्यास बुझाने के लिए इधर- उधर भटकते हुए देखा जा सकता है।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव का जोहड़ कई वर्षों से सुखा होने के कारण उन्हें मजबूरन मवेशियों के लिए पानी दूर-दराज के ईलाकों से लाना पड़ रहा है। सतनाली क्षेत्र से विधायक से लेकर मंत्री तक यहां आते है और ग्रामीणों द्वारा नहरी पानी से गांवों में जोहड़ों को भरवाने की मांग भी की जाती है।ये लोग स्थानीय लोगों को आश्वासन भी देकर जाते है कि जल्दी ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। बावजूद इसके आश्वासन सफेद हाथी साबित हो रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि जोहडों को भरवाने की उनकी मांग पर न तो जिला प्रशासन कोई ध्यान दे रहा है और न ही विधायक और मंत्री । ग्रामीणों ने हरियाणा के मुख्य मंत्री मनोहर लाल से मांग की है सतनाली खंड़ के सुखे पड़े जोहडों को जल्द से जल्द भरवाये जाए ताकि पशुपालकों को अपने मवेशियों के पीने के पानी के लिए ठोकरे न खानी पड़े।