Punjab by-election 2024: चब्बेवाल से कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत कुमार ने भरा नामांकन, संपत्ति का खुलासा
Punjab by-election 2024: पंजाब के चब्बेवाल विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार अधिवक्ता रंजीत कुमार ने शुक्रवार को जिला प्रशासनिक परिसर में अपना नामांकन पत्र भरा। नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन, उन्हें कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, पूर्व विधायक संगत सिंह गिल्जियन और जिला कांग्रेस अध्यक्ष पूर्व विधायक अरुण डोगरा ने समर्थन किया।
नामांकन की प्रक्रिया
चब्बेवाल (SC) विधानसभा क्षेत्र के लिए अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर-कम-रिटर्निंग ऑफिसर राहुल चाबा ने कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत कुमार के नामांकन पत्रों को स्वीकार किया। इस अवसर पर सामान्य पर्यवेक्षक तपस कुमार बागची भी उपस्थित थे।
रंजीत कुमार की राजनीतिक पृष्ठभूमि
यह ध्यान देने योग्य है कि रंजीत कुमार पहले लोकसभा चुनाव 2024 में होशियारपुर आरक्षित सीट से बीएसपी के उम्मीदवार रहे थे। लगभग दो सप्ताह पहले, रंजीत कुमार ने चंडीगढ़ में पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा के माध्यम से कांग्रेस में गुपचुप तरीके से शामिल हुए। पेशे से वकील रंजीत ने बी.कॉम और एलएलबी की डिग्री प्राप्त की है।
संपत्ति का खुलासा
रंजीत कुमार ने अपने नामांकन पत्र में अपनी संपत्तियों का विवरण दिया है। उनके अनुसार, उनके पास चल संपत्तियों की कुल कीमत 16,45,650 रुपये और अचल संपत्तियों की कीमत 9,00,000 रुपये है। वहीं, उनकी पत्नी के पास चल संपत्तियों का मूल्य 33,16,932 रुपये और अचल संपत्तियों का मूल्य 12,00,000 रुपये है। इसके अलावा, रंजीत कुमार के दो बेटों के बैंक खातों में 9,709 रुपये हैं। रंजीत की कुल देनदारियाँ 1,16,925 रुपये हैं और उनकी पत्नी की देनदारियाँ 23,69,445 रुपये हैं, जिसमें बैंक लोन इत्यादि शामिल हैं।
राजनीतिक करियर का सफर
रंजीत ने 2002 में बीएसपी के टिकट पर चुनाव में पहली बार भाग लिया। वह होशियारपुर जिला कोर्ट में 1997 से वकालत कर रहे हैं और वर्तमान में होशियारपुर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। उन्होंने 2020 में बीएसपी के राज्य महासचिव के रूप में भी कार्य किया। इसके अलावा, रंजीत पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल और चंडीगढ़ के लिए नामित सदस्य भी रह चुके हैं।
समाजसेवा के प्रयास
रंजीत कुमार शिक्षण क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। वह सच शैक्षिक ट्रस्ट के संस्थापक सदस्य हैं और पर्यावरण की दिशा में काम कर रही संस्था द ग्रीन सोसाइटी के सदस्य भी हैं। इसके अलावा, वे जालंधर के अंबेडकर भवन ट्रस्ट के ट्रस्टी भी हैं, जहां वह समाज के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।
उप चुनाव का महत्व
चब्बेवाल विधानसभा सीट का उप चुनाव कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, खासकर तब जब पार्टी को पंजाब में अपनी स्थिति मजबूत करने की आवश्यकता है। रंजीत कुमार के नामांकन के साथ, कांग्रेस ने एक मजबूत उम्मीदवार को मैदान में उतारा है, जो पार्टी के लिए संभावित लाभ ला सकता है।
चुनाव प्रचार की रणनीति
रंजीत कुमार के चुनाव प्रचार की रणनीति अभी तक स्पष्ट नहीं हुई है, लेकिन माना जा रहा है कि वह स्थानीय मुद्दों और विकास कार्यों पर जोर देंगे। उनका अनुभव और कानूनी पृष्ठभूमि उन्हें मतदाताओं के साथ एक सकारात्मक छवि बनाने में मदद कर सकती है।
आगे की राह
जैसे-जैसे चुनाव का दिन नजदीक आता है, रंजीत कुमार को अपनी रणनीतियों को मजबूत करने और स्थानीय जनता के साथ जुड़ने की आवश्यकता होगी। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि वह अपने मतदाताओं के मुद्दों को समझें और उनके समाधान के लिए उचित कदम उठाएं।
चब्बेवाल उप चुनाव में रंजीत कुमार की उम्मीदवारी न केवल कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पंजाब की राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में भी एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। उनके अनुभव, राजनीतिक पृष्ठभूमि और समाज सेवा के प्रयास उन्हें एक प्रमुख उम्मीदवार बनाते हैं। इस चुनाव के परिणाम से यह तय होगा कि क्या कांग्रेस पंजाब में अपनी खोई हुई जमीन वापस पा सकती है या नहीं।
इस उप चुनाव में क्या रंजीत कुमार कांग्रेस के लिए सफलता ला पाएंगे, यह समय ही बताएगा। चुनावी प्रक्रिया में उनकी भूमिका और स्थानीय मुद्दों पर उनका ध्यान निश्चित रूप से इस चुनाव के परिणाम पर गहरा प्रभाव डालेगा।