Punjab: लुधियाना में कॉलोनाइजर विकास पासी के घर पर ED की छापेमारी, रियल एस्टेट व्यवसायियों में खौफ
Punjab: पर्ल एग्रो कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) से जुड़े लगभग 60 हजार करोड़ रुपये के चिट फंड (पोंजी स्कीम) घोटाले में, प्रवर्तन निदेशालय (ED) की देहरादून शाखा ने डून में एक बिल्डर के ठिकाने पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान कई संपत्तियों, भूमि और अन्य दस्तावेजों के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
विकास पासी के ठिकानों पर छापेमारी
ED की विभिन्न टीमें पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में इस घोटाले में शामिल सभी लोगों के घरों और प्रतिष्ठानों की जांच कर रही हैं। इसी कड़ी में, एप्पल हाइट्स के मालिक विकास पासी के घर और उनके कार्यालयों पर शुक्रवार सुबह छापेमारी की गई।
लुधियाना शहर के रियल एस्टेट व्यवसायियों के बीच विकास पासी के घर और कार्यालयों पर ED की छापेमारी के बाद खौफ का माहौल बन गया। कई व्यवसायियों ने अपनी कार्यालयों को बंद कर दिया और जांच से बचने के लिए अपने दस्तावेज इकट्ठा करके भागने लगे।
विकास पासी का ED के सामने बयान
एप्पल हाइट्स के मालिक विकास पासी ने कहा कि उन्होंने पहले ही पर्ल समूह के मामले में विभिन्न विभागों, जिसमें CBI और ED शामिल हैं, को सभी जानकारी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्हें पहले ही क्लीन चिट मिल चुकी है।
पासी ने बताया कि उन्हें अदालत से भी राहत मिल चुकी है और उन्होंने शुक्रवार को विभाग की टीम द्वारा पूछे गए सभी सवालों के संतोषजनक उत्तर दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी संपत्तियों से कोई दस्तावेज नहीं लिए गए हैं।
रियल एस्टेट व्यवसायियों की चिंताएँ
ED की कार्रवाई ने लुधियाना के रियल एस्टेट व्यवसायियों में खौफ पैदा कर दिया है। उन्होंने अपनी गतिविधियों को रोकने का फैसला किया है, क्योंकि उन्हें डर है कि ED की जांच उनके कामकाज पर भी असर डाल सकती है। कुछ व्यवसायियों ने इस स्थिति का लाभ उठाने की कोशिश की और अपने दस्तावेजों को छिपाने या सुरक्षित स्थानों पर भेजने लगे हैं।
इस घटना ने रियल एस्टेट क्षेत्र में एक अनिश्चितता का माहौल बना दिया है। कई व्यवसायियों का मानना है कि ED की जांच से रियल एस्टेट बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और इससे निवेशकों का भरोसा कम हो सकता है।
सरकार का कदम
सरकार ने इस मामले में गंभीरता से कदम उठाने की योजना बनाई है। ED की कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार इस घोटाले के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए तैयार है। यह घोटाला न केवल निवेशकों के लिए बल्कि रियल एस्टेट व्यवसायियों के लिए भी चिंता का विषय बन गया है।
इस प्रकार के घोटाले से आम जनता में जागरूकता बढ़ रही है, और लोग अब अपनी निवेश योजनाओं को लेकर अधिक सतर्क हो गए हैं। लोग अब यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि वे किसी भी तरह की योजना में निवेश करने से पहले उसकी पूरी जानकारी प्राप्त करें।