Punjab: नामांकन केंद्र के बाहर फायरिंग और झड़प, बीजेपी और आप नेताओं समेत 14 लोगों पर मामला दर्ज
Punjab: पंचायत चुनाव के लिए नामांकन केंद्र के बाहर शुक्रवार को हुई हिंसक झड़प और फायरिंग की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। इस झगड़े के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष मनिंदर कौर और उनके जीजा आम आदमी पार्टी (AAP) नेता जसप्रीत सिंह समेत कुल 14 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस मामले में दूसरी एफआईआर दर्ज की है, जबकि पहले एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ नामांकन केंद्र के बाहर फायरिंग का मामला दर्ज किया गया था।
झड़प के दौरान फटे एक-दूसरे के नामांकन पत्र
शुक्रवार दोपहर को नामांकन पत्र दाखिल करने के दौरान बीजेपी महिला मोर्चा की राज्य उपाध्यक्ष मनिंदर कौर और उनके जीजा आप नेता जसप्रीत सिंह के बीच झगड़ा हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों के समर्थकों में कहासुनी हो गई और देखते ही देखते मामला हिंसक झड़प में बदल गया। इस झगड़े के दौरान मौके पर पांच राउंड फायरिंग भी हुई। फायरिंग के बाद वहां मौजूद लोगों ने एक-दूसरे के नामांकन पत्र फाड़ दिए, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
जसप्रीत सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज
आप नेता जसप्रीत सिंह की शिकायत पर पुलिस ने मनिंदर कौर, उनके पति गुरप्रीत सिंह, महावीर सिंह, काला सिंह, बिक्कर सिंह, हरजिंदर सिंह और बलजीत सिंह समेत 5-6 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस को दिए अपने बयान में जसप्रीत सिंह ने कहा कि वह पंचायती चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरने के लिए रेड क्रॉस कार्यालय पहुंचे थे। वहीं बीजेपी नेता मनिंदर कौर भी अपने नामांकन पत्र दाखिल करने पहुंची थीं। इस दौरान मनिंदर कौर ने अपने समर्थकों को बुला लिया, जो तीन वाहनों में सवार होकर आए थे। जसप्रीत सिंह के अनुसार, मनिंदर कौर के समर्थकों ने उन पर हमला किया और मौके पर फायरिंग भी की।
मनिंदर कौर ने लगाए गंभीर आरोप
दूसरी ओर, मनिंदर कौर के बयान के आधार पर पुलिस ने जसप्रीत सिंह, अंग्रेज सिंह, जंगा सिंह, लवप्रीत सिंह, अर्शदीप सिंह, विक्रमित सिंह, डब्बू और लखविंदर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। मनिंदर कौर ने पुलिस को दिए अपने बयान में आरोप लगाया कि जब वह गांव वालों के साथ अपना नामांकन पत्र दाखिल करने गईं, तो जसप्रीत सिंह और उसके समर्थकों ने उन पर हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जसप्रीत सिंह और उसके साथियों ने उनके बाल खींचे, उनका दुपट्टा फाड़ा और थप्पड़ मारा।
दस्तावेज और नकदी लूटने का आरोप
मनिंदर कौर ने अपने बयान में यह भी कहा कि आरोपियों ने न केवल उनके साथ मारपीट की बल्कि उनके नामांकन दस्तावेज, 25,000 रुपये नकद और उनकी साड़ी की चेन भी छीन ली। इस घटना के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उन पर फायरिंग भी की गई। पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि वह इस पूरे मामले की गहनता से जांच करेगी और उसके बाद ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस द्वारा मामले की जांच
पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतों पर क्रॉस-एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि यह साफ हो सके कि घटना के दौरान क्या हुआ था और किसने पहले हमला किया। पुलिस ने यह भी कहा है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चुनावी तनाव और राजनीतिक हिंसा
यह घटना एक बार फिर से यह दिखाती है कि चुनावी माहौल में राजनीतिक दलों के बीच तनाव और झड़पें किस हद तक बढ़ सकती हैं। पंचायत चुनावों में नामांकन प्रक्रिया के दौरान अक्सर इस प्रकार की घटनाएं सामने आती हैं, जहां राजनीतिक पार्टियों के समर्थकों के बीच छोटी-छोटी बातों पर हिंसक टकराव हो जाते हैं। इस घटना ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि राजनीति में व्यक्तिगत दुश्मनी और ताकत दिखाने की होड़ कैसे बड़े पैमाने पर हिंसा को जन्म दे सकती है।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
इस घटना के बाद पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर नामांकन केंद्र के बाहर पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए होते, तो शायद यह घटना नहीं होती। इसके अलावा, फायरिंग की घटना के बाद भी पुलिस के मौके पर देर से पहुंचने के कारण स्थिति और बिगड़ गई।
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने फिलहाल दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि वह इस मामले की हर एंगल से जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में इस तरह की हिंसक घटनाओं को रोका जा सके।