Punjab News: पुलिस ने नशे के लिए चोरी करने वाले गिरोह को पकड़ा, रात में करते थे अपराध
Punjab News: लखेवाली पुलिस स्टेशन ने नशे की लत को पूरा करने के लिए चोरी करने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में आठ आरोपियों के नाम सामने आए हैं, जिनमें से दो कबाड़ के व्यापारी भी शामिल हैं, जो चोरी के सामान को खरीदते थे।
पहली जांच से खुलासा
प्रारंभिक जांच में पता चला कि आरोपी पिछले एक साल से खेतों से ट्यूबवेल मोटर्स, बाइक, गैस सिलेंडर और अन्य सामान चुरा रहे थे। पुलिस ने इन सामानों की बरामदगी की है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान नशे की आदत पूरी करने के लिए चोरी करने की बात स्वीकार की है।
SSP ने क्या कहा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान SSP तुषार गुप्ता ने कहा कि खेतों से ट्यूबवेल मोटर्स की चोरी के साथ-साथ अन्य जगहों से भी चोरी की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। लखेवाली पुलिस स्टेशन ने DSP मलेोट पवनजीत की देखरेख और इंस्पेक्टर मलकीत सिंह की नेतृत्व में टीमों का गठन करके जांच शुरू की।
इस दौरान जानकारी मिली कि चोरी की घटनाओं को हरप्रीत सिंह (पिता राजा सिंह, निवासी चक्क शेरेवाला), कुलवंत सिंह उर्फ निक्का (पिता घक्का सिंह, निवासी शेरेवाला), परमिंदर सिंह (पिता जसविंदर सिंह) और गुरविंदर सिंह (पिता महिंदर सिंह) अंजाम दे रहे हैं। ये चारों शेरेवाला गांव के निवासी हैं। उन्हें ट्रेस करके गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की जानकारी
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे नशे के आदी हैं और पिछले एक साल से चोरी कर रहे हैं। आरोपी हरप्रीत सिंह मुख्य गिरोह का नेता है। जांच में पता चला कि पहले से ही पुलिस स्टेशन लखेवाली में उसके खिलाफ चोरी का मामला दर्ज है और वह जमानत पर बाहर है। आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां हरप्रीत और कुलवंत सिंह का रिमांड लिया गया जबकि गुरविंदर और परमिंदर सिंह को जेल भेजा गया।
बरामद की गई सामग्री
SSP ने कहा कि 11 चोरी किए गए गैस सिलेंडर, 13 मोटर्स, चार बाइक (जिनमें से दो को खोला गया) और सात बोरियों में गेहूं की भरपाई की गई है। आरोपी शेष चोरी के सामान को बेचकर अपने नशे की जरूरतें पूरी करते थे।
रात में करते थे अपराध
SSP ने बताया कि आरोपी गिरोह बनाकर रात में अपराध करते थे और अपने दो कबाड़ के व्यापारी मित्रों को सामान बेचते थे। SSP ने कहा कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और शहर के सभी कबाड़ के व्यापारियों की जांच की जा रही है जो चोरी के सामान को खरीदते हैं। एक सूची तैयार की जा रही है और सख्त कार्रवाई की जाएगी।