Punjab Politics: इन दिनों लॉरेंस बिश्नोई का नाम हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है, देश से लेकर विदेशों तक। हाल ही में, पंजाब कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार को बिश्नोई के संदर्भ में उठाए गए आरोपों पर स्पष्टता देनी चाहिए। उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब में यह बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि लोगों को यह जानने की जरूरत है कि बिश्नोई जेल से कैसे सक्रिय है।
जेल से कैसे सक्रिय है लॉरेंस बिश्नोई?
सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा, “सरकार को लॉरेंस बिश्नोई की भारतीय सरकार से जुड़ाव के आरोपों पर स्पष्टता देनी चाहिए। लोग यह जानने के लिए परेशान हैं कि लॉरेंस बिश्नोई जेल में रहते हुए कैसे सक्रिय है और इंटरव्यू दे रहा है। अब जबकि कनाडाई सरकार ने उसका नाम लिया है, संदेह और भी बढ़ गया है।” उन्होंने कहा कि पंजाब के आधे लोग कनाडा में रहते हैं और अगर हमारे संबंध बिगड़ते हैं, तो यह हमारे लिए हानिकारक होगा।
कनाडा ने लगाया गंभीर आरोप
ज्ञात हो कि हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम महाराष्ट्र के एक बड़े नेता बाबा सिद्धीकी के हत्या मामले में उभरा है। हालांकि, इस मामले में पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संबंध में कोई बयान नहीं दिया है। साथ ही, सलमान खान के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इससे पहले कनाडा ने भारतीय सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार के इशारे पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की है। तब से, भारत और कनाडा के बीच संबंध बिगड़ गए हैं। भारत ने कनाडाई राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है, जबकि कनाडा ने भारतीय राजनयिकों को निगरानी में रखने का आग्रह किया है।
लॉरेंस बिश्नोई का विवादास्पद इतिहास
लॉरेंस बिश्नोई का नाम कई विवादों से जुड़ा हुआ है। वह अपने आपराधिक कृत्यों के लिए कुख्यात है और उसकी गैंग ने कई हत्या और वसूली के मामलों में भाग लिया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद भी उसके नाम से जुड़ी आपराधिक गतिविधियों में कोई कमी नहीं आई है। वह जेल से भी अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा है, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
केंद्र सरकार की जिम्मेदारी
कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार को इस मामले में पूरी पारदर्शिता बरतनी चाहिए। लोगों को जानने का अधिकार है कि लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधी कैसे जेल से बाहर रहकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। यह सवाल इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे न केवल कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि क्या हमारे सुरक्षा तंत्र में कोई कमी है।
भारत-कनाडा संबंध
लॉरेंस बिश्नोई के मामले ने भारत और कनाडा के बीच संबंधों में दरार डाल दी है। पहले ही कई मुद्दों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव रहा है। ऐसे में इस मामले में भी सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के सवालों ने एक बार फिर से यह दर्शाया है कि लॉरेंस बिश्नोई का मामला केवल एक आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में भी महत्वपूर्ण हो गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार को इस विषय पर पारदर्शिता और स्पष्टता बरतनी चाहिए।
लोगों को विश्वास दिलाना जरूरी है कि सरकार उनके हितों की रक्षा कर रही है और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में सक्षम है। इस मामले में जितनी जल्दी संभव हो, सरकार को जानकारी साझा करनी चाहिए, ताकि आम जनता के मन में उठ रहे सवालों का समाधान हो सके। यह न केवल भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को भी बेहतर बनाने में मदद करेगा।