Punjab: जालंधर जिले में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। हाल ही में 3 नए सकारात्मक डेंगू मामलों के साथ, जिले में डेंगू पॉजिटिव मरीजों की संख्या 66 हो गई है। इनमें से 44 मरीज शहरी क्षेत्रों से हैं और 22 ग्रामीण क्षेत्रों से। जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ. आदित्य पाल ने बताया कि गुरुवार को 16 संदिग्ध डेंगू मरीजों के नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 6 की रिपोर्ट सकारात्मक आई। जिले में पॉजिटिव पाए गए मरीजों में 43 वर्षीय एक व्यक्ति गड़ाईपुर, 24 वर्षीय एक युवक नूरपुर कॉलोनी और 27 वर्षीय एक लड़की न्यू डिओल नगर से हैं, जबकि 3 मरीज किसी अन्य जिले के निवासी हैं।
डेंगू के लक्षण
डेंगू के कुछ प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- सिरदर्द: डेंगू के मरीजों में सिरदर्द एक सामान्य लक्षण है, जो आमतौर पर लगातार बना रहता है।
- पेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द: मरीजों को सामान्य से अधिक दर्द का अनुभव हो सकता है, जिसे “डेंगू बुखार” का नाम भी दिया जाता है।
- वमन: डेंगू के मरीजों को उल्टी की समस्या भी हो सकती है, जो उन्हें और कमजोर कर सकती है।
- मतली: यह लक्षण अक्सर मरीजों को परेशान करता है, जिससे उनका भोजन करना मुश्किल हो जाता है।
- आंखों में दर्द: डेंगू के मरीजों को आंखों के पीछे या आसपास दर्द महसूस हो सकता है।
- लाल त्वचा पर चकत्ते: डेंगू बुखार के चलते त्वचा पर लाल चकत्ते भी देखने को मिल सकते हैं।
- सूजी ग्रंथियां: मरीजों में ग्रंथियों में सूजन आ सकती है, जिससे कई अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
डेंगू का उपचार
डेंगू का कोई विशेष उपचार नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को प्रबंधित करने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
- मच्छर प्रजनन क्षेत्रों को सीमित करना:
डेंगू का प्राथमिक स्रोत एडीज मच्छर है, जो स्थिर पानी में पनपता है। अपने घर में मच्छरों के प्रजनन के जोखिम को कम करने के लिए, पानी जमा होने वाले क्षेत्रों को खत्म करें और स्थिर पानी को तुरंत साफ करें। इसके अलावा, नालियों और नालियों को साफ रखें। - खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें:
मच्छरों को घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए खिड़कियाँ और दरवाजे बंद रखें। इसके साथ ही मच्छरदानी का उपयोग करना भी एक अच्छा उपाय है। - वातानुकूलन का उपयोग करें:
घर के अंदर ठंडा वातावरण बनाए रखने के लिए पंखों या एयर कंडीशनर का उपयोग करें, क्योंकि ठंडे मौसम में मच्छरों की गतिविधि कम हो जाती है। - कीटाणुनाशकों का उपयोग करें:
खुले त्वचा पर मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाने से मच्छर के काटने की संभावना को कम किया जा सकता है। यदि आपके क्षेत्र या घर में मच्छरों की संख्या अधिक है, तो मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करें। सुनिश्चित करें कि इनमें DEET, पिकारिडिन, सिट्रोनेला और नींबू यूकेलिप्टस तेल शामिल हों।
डेंगू के मामलों में वृद्धि
जालंधर में डेंगू के मामलों की संख्या में वृद्धि चिंता का विषय है। जिला स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- सर्वेक्षण:
डॉ. आदित्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की एंटी-लार्वा टीमें गुरुवार को 3045 घरों का सर्वेक्षण किया, जहां 9 स्थानों पर डेंगू फैलाने वाले मच्छरों के लार्वा पाए गए। - जन जागरूकता:
जिले के स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को डेंगू के लक्षणों और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक करने के लिए कई जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
सरकारी प्रयास
सरकार डेंगू के मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए विभिन्न उपाय कर रही है।
- स्वास्थ्य सुविधाएँ बढ़ाना:
अस्पतालों में आवश्यक चिकित्सा सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं ताकि डेंगू से पीड़ित मरीजों को उचित उपचार मिल सके। - मच्छर जनित रोगों के खिलाफ अभियान:
राज्य सरकार मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अभियान चला रही है, जिसमें मच्छर के लार्वा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। - सफाई अभियान:
स्थानीय निकायों द्वारा नियमित सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें नालियों और जल निकासी व्यवस्था को साफ रखा जा रहा है।
व्यक्तिगत सुरक्षा उपाय
डेंगू से बचाव के लिए व्यक्तिगत स्तर पर भी कई कदम उठाए जा सकते हैं:
- साफ-सफाई का ध्यान रखें:
अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और पानी जमा न होने दें। - सुरक्षा क्रीम का उपयोग करें:
नियमित रूप से मच्छर भगाने वाली क्रीम का उपयोग करें, विशेषकर जब आप बाहर निकलें। - मच्छरदानी का उपयोग करें:
सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें ताकि मच्छर के काटने से बचा जा सके।