ताजा समाचार

Punjab weather: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण जीवन हुआ मुश्किल, पंजाब में भारी प्रभाव

Punjab weather: सर्दी का मौसम इस बार नए तरीके से अपना रंग दिखा रहा है। कहीं भीषण ठंड है तो कहीं तेज धूप से राहत मिल रही है। एक ओर जहां शनिवार को शिमला ने जनवरी माह में अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड तोड़ा, वहीं दूसरी ओर पंजाब, चंडीगढ़  भारी कोहरे की चपेट में आ गए। इसको लेकर सड़कों, रेल और हवाई यातायात पर बुरा असर पड़ा है, और कई फ्लाइट्स रद्द हो गईं।

पंजाब और उसके आस-पास के इलाकों में 48 घंटे से भी ज्यादा समय से घना कोहरा छाया हुआ है। शनिवार को भी कोहरे की वजह से विजिबिलिटी जीरो थी, जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा। सर्दी और घना कोहरा मिलकर लोगों की दिनचर्या को कठिन बना रहे हैं। इस दौरान सड़क, रेल और हवाई यातायात में भी दिक्कतें आईं। अमृतसर, चंडीगढ़ और दिल्ली समेत 10 प्रमुख हवाई अड्डों पर कई उड़ानें रद्द कर दी गईं।

सड़क, रेल और हवाई यातायात पर असर

कोहरे और सर्दी का सबसे बड़ा असर यातायात पर पड़ा है। शनिवार को घने कोहरे की वजह से अमृतसर, चंडीगढ़ और दिल्ली हवाई अड्डों पर कई फ्लाइट्स प्रभावित हुईं। उदाहरण के तौर पर, बांगलादेश से आ रही फ्लाइट को लखनऊ डायवर्ट करना पड़ा और मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट किया गया। इसके अलावा, चंडीगढ़ से चलने वाली कई ट्रेनें भी घंटों देरी से चल रही थीं।

Punjab weather: कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के कारण जीवन हुआ मुश्किल, पंजाब में भारी प्रभाव

चंडीगढ़, अंबाला, लुधियाना और अमृतसर से चलने वाली ट्रेनें कई घंटों तक विलंबित हो गईं। विशेष रूप से, सचखंड एक्सप्रेस जो अमृतसर से दिल्ली जा रही थी, वह 12 घंटे 15 मिनट की देरी से पहुंची। इसी तरह छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 10 घंटे 30 मिनट और जम्मू-जोधपुर ट्रेन 4 घंटे देरी से पहुंची। इस देरी की वजह से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

कोहरे की वजह से सड़कों पर हुआ बड़ा हादसा

घने कोहरे की वजह से सड़कों पर कई बड़े हादसे हुए। इन दुर्घटनाओं में चार लोग मारे गए, जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं, जो कि किसानों की थीं। हादसा पंजाब के बरनाला जिले में हुआ, जहां दो बसों की टक्कर हुई। दोनों बसों में किसान सवार थे, जो किसी महापंचायत में शामिल होने के लिए जा रहे थे। पहली बस मोगा पुल पर दुर्घटनाग्रस्त हुई, जिसमें तीन महिलाओं की जान चली गई। हादसे में मारे गए महिलाओं का नाम बलवीर कौर, सरबजीत कौर और जसवीर कौर था। दूसरी बस भी घने कोहरे की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हुई, जिसमें 35 किसान घायल हो गए।

यह दोनों हादसे अलग-अलग समय पर हुए थे, लेकिन कोहरे की वजह से दोनों ही दुर्घटनाएं गंभीर रहीं। एक बस में किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल के हंगर स्ट्राइक स्थल पर जा रहे थे, जबकि दूसरी बस संयुक्त किसान मोर्चा के महापंचायत में भाग लेने के लिए जा रही थी। इस हादसे ने इलाके में हलचल मचा दी और सर्दी और कोहरे के कारण सड़क यातायात की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे।

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में कोहरे का असर

पंजाब, हरियाणा और दिल्ली समेत कई अन्य राज्यों में भी घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित किया। दिल्ली और आसपास के इलाकों में भी कोहरा बहुत घना था। शनिवार को दिल्ली में भी कोहरा सुबह 11 बजे तक छाया रहा, जिससे हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इसके अलावा, चंडीगढ़ और पठानकोट जैसे शहरों में भी कोहरा इतना घना था कि सड़कों पर वाहन चलाना मुश्किल हो गया था।

सर्दी और कोहरे से परेशान लोग

कोहरे और सर्दी ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। लोगों को सर्दी से राहत पाने के लिए अलाव जलाने की जरूरत पड़ी, लेकिन घना कोहरा उनके लिए और भी मुश्किलें खड़ी कर रहा है। चंडीगढ़ में दिन में थोड़ी धूप ने राहत दी, लेकिन इसके बावजूद सुबह और रात का तापमान काफी कम था। चंडीगढ़ का अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस था।

कोहरे की वजह से न केवल यातायात में अव्यवस्था पैदा हुई, बल्कि सर्दी के कारण अस्वस्थता की स्थिति भी पैदा हो गई। अस्पतालों में बर्फीली सर्दी से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है, जिनमें से कई लोग सांस की तकलीफ और जुकाम-खांसी जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं।

कोहरे का आगामी प्रभाव

पंजाब, चंडीगढ़  में कोहरे का असर अगले कुछ दिनों तक जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि आगामी सप्ताह में ठंडी हवाओं और कोहरे का सिलसिला जारी रह सकता है। इससे यातायात पर और भी प्रभाव पड़ेगा, और लोग खासकर सर्दी से बचने के लिए ज्यादा सतर्क रहेंगे।

कड़ाके की ठंड और घने कोहरे ने पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में जनजीवन को प्रभावित किया है। सर्दी और कोहरे के कारण सड़क, रेल और हवाई यातायात पर प्रतिकूल असर पड़ा है, जिससे कई हादसों और देरी का सामना करना पड़ा। साथ ही, कोहरे की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं ने लोगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं। आगामी दिनों में भी कोहरे का असर बना रह सकता है, जिससे लोगों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। यह वक्त है जब हम सर्दी से बचाव के उपायों को अपनाएं और सड़क सुरक्षा के प्रति और भी सतर्क रहें।

Back to top button