सत्य खबर,नई दिल्ली । Rahul Gandhi again talks about Indian democracy on foreign soil
राहुल गांधी विदेशी धरती पर स्वदेशी मुद्दों को लेकर राहुल लगातार हमले कर रहे हैं. उन्होंने कैलिफोर्निया में एक दिन पहले भारतीय समुदायों को संबोधित किया था. तब उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए बोला कि वो सोचते हैं कि भगवान से अधिक जानते हैं. आज राहुल यूएस की मशहूर यूनिवर्सिटी स्टैनफोर्ड में लोगों से रूबरू हो रहे थे. इस दौरान उन्होंने फिर सत्ता पक्ष पर हमला किया. राहुल गांधी ने कहा कि मैंने अपने बारे में एक इंट्रो सुना है. इसमें कहा गया कि मैं एक संसद हुआ करता था.
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सांसदी जाने का दुख राहुल गांधी ने यहां छलकाया. उन्होंने कहा कि 2004 में मैंने राजनीति में कदम रखा था, तब मैंने ये कभी नहीं सोचा कि था कि कुछ बोलने से आपकी सांसदी जा सकती है. आपको बता दें कि राहुल गांधी वायनाड सीट से सांसद बने थे. मगर पीएम मोदी के सरनेम पर टिप्पणी करने के मामले में कोर्ट ने उनको आरोपी बनाया. इसके बाद उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी. राहुल गांधी इसी बात का जिक्र अमेरिका में कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अब मुझे लगता है कि संसद में बैठे रहने के मुकाबले अब ज्यादा मौके मिलेंगे. ये सब ड्रामा 6 महीने में पहले शुरू हुआ था. आज पूरा विपक्ष भारत में स्ट्रगल कर रहा है.
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राहुल गांधी ने कहा कि हमारे देश में लोकतंत्र को लेकर एक जंग चल रही है. कोई भी संस्था काम नहीं कर पा रही है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का मतलब सिर्फ विपक्ष का होना ही नहीं होता बल्कि लोकतंत्र का मतलब होता है कि संस्थाएं विपक्ष का साथ दें. राहुल ने कहा कि हमारे देश में संस्थाएं पूरी तरह से किसी और के हाथ में हैं. वो अपनी भूमिका नहीं निभा रही हैं. फिर हमने ये फैसला किया कि हम देश भर में निकलेंगे. इसी सोच के साथ भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई.
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राहुल गांधी ने कहा कि 125 लोगों से शुरू हुआ सफर लाखों तक पहुंचा. कई लोगों ने पूछा इस यात्रा से क्या सीखा. ये मेरी जिंदगी का सबसे सुखद अनुभव रहा है. हमने खेती से लेकर, हेल्थकेयर, शिक्षा तक के बारे में लोगों को बताया. हमारे देश में राजनीति और आम लोगों में एक बड़ा फासला है. उन्होंने कहा कि पुलिस, मीडिया, सोशल मीडिया, संस्थाएं…सब सत्ता के पास हैं. उनके पास पावर थी, फोर्स थी, लेकिन हमें रोक नहीं पाए. हमसे कहा गया कि कश्मीर की सड़कों पर आप चलेंगे तो 4 दिन में मार दिए जाएंगे. मैंने कहा, ओके, नो प्रॉब्लम. महात्मा गांधी ने अकेले अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी, बिना किसी फोर्स के. Rahul Gandhi again talks about Indian democracy on foreign soil