Roorkee: रेलवे ट्रैक पर मिला गैस सिलेंडर, जहाँ से गुजरती हैं सेना की ट्रेनें, मची दहशत
Roorkee: देश में इन दिनों ट्रेन को पटरी से उतारने की साजिशें रची जा रही हैं, जिनमें रेलवे ट्रैक पर बाधाएँ या गैस सिलेंडर रखे जा रहे हैं। अब उत्तराखंड के रुड़की में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर मिलने से हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, मालगाड़ी को पटरी से उतारने की साजिश के तहत रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा गया था। जिस ट्रैक पर सिलेंडर पाया गया, उस पर सेना का सामान ले जाने वाली मालगाड़ी चलने वाली थी। लेकिन लोको पायलट की सतर्कता से एक बड़ा हादसा होने से टल गया।
लोको पायलट ने लगाई इमरजेंसी ब्रेक
सूचना के अनुसार, रुड़की के धनधेरा रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर एक एलपीजी गैस सिलेंडर पाया गया। मालगाड़ी के लोको पायलट ने रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर देखकर तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाई और ट्रेन को रोक दिया। लोको पायलट ने तुरंत मुरादाबाद स्थित रेलवे कंट्रोल रूम को इस घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही रेलवे का स्टाफ तुरंत मौके पर पहुंचा और गैस सिलेंडर को ट्रैक से हटाया। इस घटना की जानकारी मिलने पर रेलवे पुलिस भी सक्रिय हो गई और मामले की जांच शुरू कर दी गई।
अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) के अनुसार, इस घटना की जानकारी मिलने के बाद रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे कर्मचारियों ने लगभग पाँच किलोमीटर के ट्रैक पर गहन चेकिंग अभियान चलाया। अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि ट्रैक पर गैस सिलेंडर किसने रखा था। सिलेंडर को धनधेरा रेलवे स्टेशन के स्टेशन मास्टर के पास रखा गया है। अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है और मामले की जांच की जा रही है।
सेना की मालगाड़ियों की आवाजाही होती है यहाँ से
जिस स्थान पर रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस सिलेंडर मिला, वहाँ से बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप और सेंटर का मुख्यालय भी थोड़ी दूरी पर स्थित है। इस स्टेशन से सेना का मूवमेंट लगातार होता रहता है। यहाँ से सेना के वाहन और सैनिक मालगाड़ियों के जरिये अन्य पोस्टों पर जाते हैं। सेना के लिए यहाँ एक अलग रेलवे ट्रैक भी बिछाया गया है। ऐसे में इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है, क्योंकि यहाँ से सेना के सामान और वाहनों की आवाजाही होती है।
घटना ने बढ़ाई सुरक्षा चिंताएँ
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चिंताएँ खड़ी कर दी हैं। खासकर उस इलाके में, जहाँ सेना की गतिविधियाँ होती हैं और जहाँ से सेना के सामान की आवाजाही होती है, इस तरह की साजिशें बेहद खतरनाक हो सकती हैं। रेलवे और सेना की सुरक्षा एजेंसियाँ अब इस घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच में जुट गई हैं। एक बड़ी चिंता यह भी है कि यह साजिश किस उद्देश्य से रची गई थी और इसके पीछे कौन लोग हो सकते हैं।
लोको पायलट की सतर्कता से बचा हादसा
यह कहना गलत नहीं होगा कि लोको पायलट की सतर्कता और समय पर कार्रवाई ने इस संभावित दुर्घटना को टाल दिया। यदि लोको पायलट ने समय रहते गैस सिलेंडर को न देखा होता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। सेना के सामान को लेकर जा रही मालगाड़ी के पटरी से उतरने का परिणाम बेहद घातक हो सकता था। यह घटना रेलवे कर्मचारियों और सुरक्षा बलों के लिए भी एक सबक है कि ऐसे समय में सतर्कता बनाए रखना कितना जरूरी है।
आगे की जांच और कार्रवाई
इस घटना के बाद रेलवे और सुरक्षा एजेंसियाँ पूरी तरह से सक्रिय हो गई हैं। आरपीएफ और स्थानीय पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं कि आखिर किसने और क्यों रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर रखा। इसके साथ ही, रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा की स्थिति को भी कड़ा कर दिया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, रेलवे पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह घटना किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं थी, जिसका उद्देश्य सेना की ट्रेन को निशाना बनाना था।
रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था को किया गया कड़ा
इस घटना के बाद रेलवे ट्रैक पर सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा कर दिया गया है। खासकर उन ट्रैकों पर, जिन पर सेना की ट्रेनें चलती हैं या जिनका इस्तेमाल सेना के सामान की आवाजाही के लिए होता है। सुरक्षा बलों ने रेलवे ट्रैक के आसपास गश्त बढ़ा दी है और नियमित चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा, रेलवे स्टाफ को भी सतर्क किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें।
जनता में फैली दहशत
इस घटना के बाद स्थानीय जनता में भी दहशत फैल गई है। ट्रैक पर गैस सिलेंडर पाए जाने की खबर ने लोगों को डरा दिया है, खासकर उन इलाकों में जहाँ से सेना की ट्रेनें गुजरती हैं। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएँ बेहद चिंताजनक हैं और प्रशासन को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने चाहिए। स्थानीय लोगों ने भी प्रशासन से मांग की है कि वे इस मामले की गंभीरता से जांच करें और दोषियों को सख्त सजा दिलाएं।
समाज में सुरक्षा को लेकर जागरूकता जरूरी
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि सुरक्षा को लेकर सतर्कता और जागरूकता कितनी महत्वपूर्ण है। समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जनता को भी सतर्क रहना होगा और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को देनी होगी। रेलवे ट्रैक पर इस तरह की साजिशें न केवल रेलवे कर्मचारियों और यात्रियों के लिए खतरा बनती हैं, बल्कि सेना के सामान और सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद खतरनाक होती हैं।