Punjab में डीएपी खाद को लेकर हंगामा, फिरोजपुर के मुख्य कृषि अधिकारी निलंबित; काला बाजारी और जमाखोरी का पर्दाफाश
Punjab के फिरोजपुर जिले में डीएपी खाद की जमाखोरी और काला बाजारी को लेकर मचे हंगामे के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में फिरोजपुर के मुख्य कृषि अधिकारी जगीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। जिला के सचदेवा ट्रेडर्स के गोदामों में अनाधिकृत रूप से 3236 बैग डीएपी खाद के जमा पाए गए, जिस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए यह कदम उठाया।
कृषि अधिकारी की लापरवाही उजागर, डीएपी की काला बाजारी चरम पर
डीएपी खाद की कमी के बीच गेहूं की बुवाई के लिए किसानों में इस खाद की मांग बढ़ गई है। किसानों की इस जरूरत का फायदा उठाते हुए कुछ व्यापारी इसकी काला बाजारी में लिप्त पाए गए। इसी के तहत हाल ही में फिरोजपुर के एसडीएम रणवीर सिंह ने जिले के सचदेवा ट्रेडर्स के गोदाम में छापा मारा और 161.8 मीट्रिक टन डीएपी खाद बरामद की। इस दौरान किसानों के बीच में रोष फैल गया क्योंकि यह खाद एक समय पर उन्हें उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
जब फिरोजपुर की उपायुक्त दीप शिखा शर्मा ने मुख्य कृषि अधिकारी जगीर सिंह से इस अनधिकृत जमाखोरी पर सवाल किया, तो वे संतोषजनक उत्तर नहीं दे सके। इस पर, उपायुक्त ने डीएपी खाद की काला बाजारी और जमाखोरी की जांच के आदेश दिए और इस मामले में मुख्य कृषि अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की।
सचदेवा ट्रेडर्स पर कार्रवाई की मांग
उपायुक्त ने मुख्य कृषि सचिव अनुराग वर्मा को इस मामले में पत्र लिखकर फिरोजपुर के मुख्य कृषि अधिकारी जगीर सिंह को निलंबित करने की सिफारिश की। अनुराग वर्मा ने फिरोजपुर के डीसी से इस मामले में जिला अटॉर्नी की सलाह पर संबंधित गोदाम मालिकों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
फिरोजपुर के मुख्य कृषि अधिकारी का प्रभार अब फिरोजपुर के मुख्य कृषि अधिकारी संदीप कुमार को सौंपा गया है।
बरनाला में गतिरोध समाप्त, किसानों को डीएपी की आपूर्ति
वहीं, बरनाला जिले से खबर है कि डीएपी खाद को लेकर उत्पन्न गतिरोध का समाधान हो गया है। बरनाला जिले के लिए 5000 बैग डीएपी पहले ही भेजे जा चुके थे, और अब 2500 बैग और भेजने का आश्वासन दिया गया है।
बुधवार को डीएपी की 24 हजार बैग की खेप ट्रेन से मोगा पहुंची, जिसमें से 12800 बैग बरनाला जिले के लिए थीं। शेष बैग मोगा के सहकारी समितियों और निजी फर्मों को दी जानी थी। लेकिन मोगा के किसानों ने मांग की थी कि 3000 बैग बरनाला और शेष मोगा में भेजी जाएं। इसी मुद्दे पर बरनाला के किसानों ने मोगा में ट्रक को रोक दिया और डीएपी की खेप को निजी फर्मों में भेजने का विरोध किया। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर ट्रकों को रवाना किया।
बरनाला को 7500 बैग डीएपी देने का निर्णय
आज सुबह सहमति बनी कि बरनाला को 7500 बैग डीएपी खाद उपलब्ध कराई जाएगी, जिसमें से 5000 बैग पहले ही भेजे जा चुके हैं और बाकी 2500 बैग अगली खेप में भेजे जाएंगे। जिला कृषि अधिकारी सुखराज कौर दयाल ने बताया कि बरनाला में डीएपी खाद को लेकर विरोध समाप्त हो गया है। किसानों ने रेलवे स्टेशन पर रातभर धरना दिया था और अब इस खाद की आपूर्ति सुनिश्चित करने के बाद उनकी मांग पूरी हो गई है।
इस पूरी घटना के बाद किसानों में एक तरफ संतोष है तो दूसरी ओर डीएपी खाद की काला बाजारी को लेकर नाराजगी भी है। प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और डीएपी खाद की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखने का निर्णय लिया है।