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SBI ने इस वित्तीय वर्ष में इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों के भर्ती में बड़ी परिस्थिति की सूचना दी है: क्या यह बदलेगा रोजगार के प्राथमिक दृष्टिकोण?

भारतीय स्टेट बैंक ने इस वित्तीय वर्ष में अपनी भर्ती को लेकर अहम जानकारी दी है। SBI की नई नियुक्तियों में इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आने वाले छात्रों की संख्या बड़े पैमाने पर दर्ज की गई है. स्टेट बैंक में भर्ती होने वाले 10 में से 8 छात्र इंजीनियर ग्रेजुएट हैं।

भारत का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपनी भर्तियों को लेकर चर्चा में है। दिनेश खारा वर्तमान में SBI के अध्यक्ष हैं। खरा ने SBI भर्तियों को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी दी है. दरअसल, वित्तीय वर्ष 2025 में 12 हजार से ज्यादा फ्रेशर्स (जो बच्चे अभी-अभी कॉलेज से निकले हैं) SBI से जुड़ने वाले हैं।

यह जानना दिलचस्प है कि इनमें से 85 प्रतिशत बच्चे इंजीनियर हैं। इस तरह UPSC और अन्य परीक्षाओं में सफलता का परचम लहराने वाले इंजीनियर अब बैंकिंग क्षेत्र में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते नजर आ रहे हैं. इस तरह इस वित्त वर्ष में SBI से जुड़ने वाले हर दस में से 8 कर्मचारी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से हैं।

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टेक्नोलॉजी पर बढ़ती निर्भरता!

SBI में नियुक्त होने वाले 12 हजार से अधिक फ्रेशर्स में से लगभग 3,000 लोग देश के प्रतिष्ठित बैंक में PO (प्रोबेशनरी ऑफिसर) के रूप में शामिल हो रहे हैं।

SBI के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा है कि इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से आने वाले बच्चों की नियुक्ति किसी पक्षपात के आधार पर नहीं की गई है, बल्कि पूरी चयन प्रक्रिया से गुजरने के बाद उनका चयन किया गया है.

SBI में भर्ती की इस खबर को पढ़ते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बैंक यह नियुक्ति ऐसे समय में कर रहा है जब बैंकिंग सेक्टर की तकनीक पर निर्भरता बढ़ती जा रही है।

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इंजीनियरों के लिए राहत भरी खबर

एक ओर, देशभर से बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग छात्र स्नातक होकर नौकरी बाजार में प्रवेश कर रहे हैं। दूसरी ओर, इंजीनियरिंग छात्रों के लिए नौकरी की पहली पसंद IT सेक्टर में छटनी हो रही है। ऐसे में बैंकिंग सेक्टर में इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के छात्रों का बढ़ना इस क्षेत्र में पढ़ाई करने वालों के लिए राहत की खबर है.

SBI के चेयरमैन ने भी माना है कि सभी कर्मचारियों को टेक्नोलॉजी में सुधार करना होगा क्योंकि टेक्नोलॉजी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. RBI ने भी समय-समय पर बैंकों से टेक्नोलॉजी पर खर्च करने को कहा है। इस दिशा में SBI भी बड़े पैमाने पर खर्च कर रहा है

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