Shashi Tharoor: संघर्षविराम या साजिश? जानिए क्यों थरूर ने ट्रंप को बताया भारत-विरोधी चालबाज

Shashi Tharoor: 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम की घोषणा के बाद देश में जबरदस्त राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस और शिवसेना जैसी पार्टियों ने सरकार से इस पर संसद सत्र बुलाने की मांग की है। उन्होंने पूछा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति इस मामले में कैसे शामिल हो गए।
शशि थरूर ने ट्रंप पर बोला हमला बताया साजिश का हिस्सा
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने जानबूझकर खुद को शांति का हीरो दिखाने की कोशिश की है। यह भारत को और पाकिस्तान को एक जैसा दिखाने की चाल है जो बिल्कुल गलत है।
Mr Trump’s post is disappointing for India in four important ways: First, it implies a false equivalence between the victim and the perpetrator, and seemingly overlooks the US’ own past unwavering stance against Pakistan’s well-documented links to cross-border terrorism. Second,… https://t.co/Za5cvwq82M
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) May 12, 2025
थरूर के चार तीखे सवाल ट्रंप के बयान पर जताई नाराजगी
शशि थरूर ने ट्रंप के संघर्षविराम पर दिए बयान को भारत के लिए निराशाजनक बताया। उन्होंने चार बिंदुओं पर अपनी नाराजगी जाहिर की। पहला यह कि ट्रंप ने अपराधी और पीड़ित को एक जैसा बताया। दूसरा यह कि भारत कभी भी बंदूक की नोक पर वार्ता नहीं करता।
कश्मीर पर ट्रंप की दखलअंदाजी से गहराया विवाद
थरूर ने कहा कि ट्रंप का कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाना आतंकियों के एजेंडे को बढ़ावा देने जैसा है। भारत इस मामले में कभी भी किसी विदेशी मध्यस्थता को स्वीकार नहीं करेगा। यह हमारा आंतरिक मामला है और इसकी चर्चा सिर्फ भारत के दायरे में ही रहनी चाहिए।
अमेरिका की नीति में पलटाव क्लिंटन से अब तक की परंपरा टूटी
थरूर ने कहा कि साल 2000 में क्लिंटन के दौरे से लेकर अब तक किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत और पाकिस्तान के दौरों को एक साथ नहीं जोड़ा। लेकिन ट्रंप का यह बयान उस नीति को तोड़ता है और भारत के लिए यह एक बड़ा कदम पीछे की ओर है।