UN में Shashi Tharoor ने आतंकवाद पर दिया जोरदार जवाब! पाकिस्तान और चीन पर कसा शिकंजा

Shashi Tharoor: भारत ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को दुनिया के सामने उजागर करने के लिए सात टीमों को अलग अलग देशों में भेजा है। इन टीमों का मकसद पाकिस्तान के खिलाफ आतंक से जुड़े सबूतों को वैश्विक मंचों पर रखना है ताकि सच्चाई सभी के सामने आ सके।
चीन की भूमिका पर शशि थरूर का हमला
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने चीन की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि चीन ने लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘रेजिस्टेंस फ्रंट’ का नाम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के बयान से हटवा दिया। भारत ने इस संगठन को आतंकी घोषित करवाने की कोशिश की थी लेकिन चीन ने पाकिस्तान का साथ देकर इसे रोक दिया।
सुरक्षा परिषद से बाहर होने पर जताई चिंता
थरूर ने पाकिस्तान और चीन दोनों पर तंज कसते हुए कहा कि अफसोस की बात है कि भारत और ब्राजील जैसे देश अभी सुरक्षा परिषद के सदस्य नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस स्थिति को बदलना होगा और भविष्य में दोनों देशों को मिलकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शामिल होना चाहिए।
पाकिस्तान को मिला IMF का पैकेज बना चिंता का कारण
शशि थरूर ने ब्राज़ील से पाकिस्तान को मिले IMF बेलआउट पैकेज पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि हमें किसी देश की तरक्की से जलन नहीं है लेकिन अगर यह पैसा आतंकवाद को बढ़ावा देने और भारत पर हमला करने की तैयारी में लगेगा तो यह बेहद खतरनाक होगा।
विश्व बैंक और IMF पर भारत की जिम्मेदारी
थरूर ने कहा कि भारत का विश्व बैंक और IMF में भी कुछ प्रभाव है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह पैसा केवल जनता की भलाई और विकास कार्यों पर खर्च हो। उन्होंने कहा कि हमारे राजनयिकों को चाहिए कि वे इन संस्थाओं से पूरी निगरानी की मांग करें।