Faridabad की जेल में चौंकाने वाली गलती, बलात्कार के आरोपी को गलती से मिली रिहाई!

Faridabad की नीमका जेल में एक ऐसी गलती हो गई जिसने सबको हैरान कर दिया। जेल प्रशासन ने गलत कैदी को रिहा कर दिया क्योंकि दो कैदियों के नाम और उनके पिता के नाम एक जैसे थे। असल में नितेश पांडे, जो रेप जैसे गंभीर अपराध के मामले में जेल में बंद था, उसे छोड़ दिया गया जबकि जिसे रिहा किया जाना था वह दूसरा नितेश था जो सिर्फ घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में जेल में था। दोनों के नाम नितेश और उनके पिता का नाम रविंदर होने की वजह से यह भारी गलती हो गई।
दोनों कैदियों पर किस मामले में केस था
27 साल का नितेश पांडे अक्टूबर 2021 में 9 साल की बच्ची के साथ रेप के आरोप में गिरफ्तार हुआ था। दूसरी तरफ 24 साल का दूसरा नितेश, जिसके नाम के आगे कोई सरनेम नहीं था, उसे पिछले रविवार को घर में घुसने और मारपीट करने के आरोप में जेल भेजा गया था। इस दूसरे नितेश को सोमवार को फरीदाबाद कोर्ट के चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट से जमानत मिल गई थी। लेकिन मंगलवार को जेल प्रशासन ने गलती से रेप के आरोपी नितेश पांडे को रिहा कर दिया जबकि उसे जेल में ही रहना था।
जेल प्रशासन की इतनी बड़ी गलती कैसे हुई
सबसे हैरानी की बात यह है कि दोनों कैदियों के नाम एक जैसे होने के बावजूद एक का सरनेम था और दूसरे का नहीं। ऐसे में जेल प्रशासन से ऐसी गलती की उम्मीद नहीं की जा सकती। आमतौर पर किसी कैदी को रिहा करने से पहले कई स्तर की जांच की जाती है और पूरी पुष्टि की जाती है कि सही व्यक्ति को ही छोड़ा जाए। जेल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट विक्रम सिंह ने बताया, ‘हमने सदर पुलिस स्टेशन में नितेश पांडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है कि उसने अपनी पहचान छुपाकर खुद को छुड़वा लिया।’
पुलिस की कार्रवाई और अगला कदम
सदर थाना प्रभारी उमेश कुमार ने भरोसा दिलाया कि नितेश पांडे को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। यह मामला अब पुलिस और जेल प्रशासन दोनों के लिए गंभीर सिरदर्द बन चुका है क्योंकि यह न सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही का मामला है बल्कि इससे रेप का आरोपी खुला घूम रहा है। अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि पुलिस कितनी जल्दी उसे दोबारा पकड़ पाती है और जेल प्रशासन अपनी प्रक्रिया में सुधार कर पाता है या नहीं।