Haryana
श्रेष्ठ सिद्धांतों पर चलकर ही हो सकती है राष्ट्र की उन्नति: आचार्य कुलबीर
सफीदों :महाबीर मितल राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा के तत्वाधान में मुआना में आयोजित 2 दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ आर्य समाज मुआना के अध्यक्ष राजपाल ने यज्ञ करके किया। यज्ञ के उपरांत आचार्य कुलबीर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म का अर्थ कर्तव्य से है। जब-जब मनुष्य […]
सफीदों :महाबीर मितल
राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा के तत्वाधान में मुआना में आयोजित 2 दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ आर्य समाज मुआना के अध्यक्ष राजपाल ने यज्ञ करके किया। यज्ञ के उपरांत आचार्य कुलबीर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि धर्म का अर्थ कर्तव्य से है। जब-जब मनुष्य अपने धर्म अर्थात कर्तव्य से विमुख हुआ है तब-तब उस राष्ट्र का पतन हुआ है। वर्तमान समय मेें भी मनुष्य ईश्वर और धर्म के सही-सही स्वरूप को न जानने के कारण दुख भोग रहा है। वहीं निर्मात्री सभा जींद के जनपदीय सचिव संदीप आर्य बुढ़ाखेड़ा ने बताया कि राष्ट्रीय आर्य निर्मात्री सभा विगत लगभग 13 वर्षों से निरंतर इस प्रकार के सत्रों का आयोजन भारत भर के गांव-गांव में कर रही है। जिससे प्रेरणा पाकर लाखों युवाओं ने अपने जीवन को व्यसन मुक्त किया है औऱ अपने श्रेष्ठ पुर्वजो के श्रेष्ठ सिद्धान्तों को अपनाकर अपने राष्ट्र को उन्नति की और ले जा रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य रूप से जयभगवान आर्य, बलराज आर्य, लालचंद आर्य, जयप्रकाश आर्य, आर्य श्याम सुंदर, दीपक आर्य जामनी, दिनेश आर्य सिवाहा, सुरेंद्र आर्य, मनदीप आर्य जामनी व वीरेंद्र आर्य सहित काफी तादाद में लोग मौजूद थे।