Haryana
10 लाख रूपये न लौटाने पड़े, बालकिशन ने खुद ही रचा लूट का ड्रामा
सीआईए टीम ने 45 मिनट में ही किया लूट की वारदात को सुलझाया नरवाना, मनदीप :- गांव सुदकैन खुर्द निवासी बालकिशन उर्फ भालू ने अपने दोस्त सोनू को 10 लाख रूपये न लौटाने पड़े, इसलिए बालकिशन ने लूट का ड्रामा खुद ही रच डाला। लेकिन सीआईए पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो वह उनके […]
सीआईए टीम ने 45 मिनट में ही किया लूट की वारदात को सुलझाया
नरवाना, मनदीप :-
गांव सुदकैन खुर्द निवासी बालकिशन उर्फ भालू ने अपने दोस्त सोनू को 10 लाख रूपये न लौटाने पड़े, इसलिए बालकिशन ने लूट का ड्रामा खुद ही रच डाला। लेकिन सीआईए पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तो वह उनके आगे टूट गया और सारा राज उगल दिया। इस प्रकार सीआईए टीम ने केवल 45 मिनट में लूट की झूठी वारदात को सुलझा लिया। इसका खुलासा डीएसपी कुलवंत बिश्नोई व सीआईए टीम इंचार्ज हरदीप सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान किया। उन्होंने बताया कि गांव सुदकैन खुर्द निवासी बालकिशन उर्फ भालू ने पुलिस को बताया था, कि जब वह अपने गांव से नरवाना की ओर आ रहा था, तो गांव सुदकैन व ढाकल लिंक रोड़ पर बाइक सवार दो युवकों ने पीछे से आकर उसका मोटरसाइकिल रूकवाया और उसकी आंखों में मिर्च डालकर उससे 10 लाख रूपये की नगदी से भरा बैग लूटकर फरार हो गये। बालकिशन ने बताया कि वह ये रूपये अपने दोस्त सोनू के बैंक खाते में जमा करवाने जा रहा था। उसने अपने साथ लूट की सूचना परिजनों को दी, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे। परिजनों ने देखा कि बालकिशन सड़क पर पड़ा हुआ था और उसने अपने साथ 10 लाख रूपये लूट होना बताया। परिजन उसको लेकर नागरिक अस्पताल लेकर गये, जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ का डाक्टर न होने के कारण उसको निजी अस्पताल ले जाया गया। इसके साथ ही परिजनों ने लूट की घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
बैग में ही डालकर लाया था मिर्च का पाउडर
गांव सुदकैन खुर्द निवासी बालकिशन उर्फ भालू ने 10 लाख रूपये लूटने का ड्रामा रचने के लिए घर से ही खाली बैग में मिर्ची का पाउडर साथ लेकर चला था और 10 लाख रूपये की नगदी घर पर छोड़कर गया था। सीआइए टीम को उस समय शक हुआ, जब उसका बैग वारदात स्थल से थोड़ी दूर पर ही पड़ा हुआ मिला था। यही नहीं बैग के अन्दर मिर्ची का पाउडर लगा हुआ था। जिससे पुलिस का शक गहरा गया।
कर्जा उतारने के लिए रची लूट की साजिश
बालकिशन की गांव सुदकैन खुर्द में ही स्कूल ड्रैस की दुकान है। बालकिशन ने अपने दोस्त हिसार निवासी सोनू से यह कहकर रूपये लिये थे कि किताबों की फैक्टरी लगायेेंगे और सोनू को उसके साथ पार्टनर बनायेगा। जिसके बाद वह 20-25 दिन पहले ही सोनू से 10 लाख रूपये उधार लेकर आया था और मंगलवार 21 अगस्त को रूपये लौटाने थे। बालकिशन पर लोगों की देनदारी थी, इसलिए कर्जा उतारने के लिए उसने लूट की झूठी साजिश खुद ही रच डाली थी।
घर से ही बरामद हो गये 10 लाख रूपये
पुलिस ने जब बालकिशन से सख्ती से पूछताछ की, तो उसने बताया कि उसने लूट का झूठा ड्रामा रचा था, वह खाली बैग ही घर से लेकर चला था। पुलिस ने 10 रूपये की बरामदी करने के लिए नायब तहसीलदार विरेन्द्र कुमार को ड्यूटी मैजिस्ट्रेट किया और आरोपी बालकिशन को साथ लेकर उसके घर पर छापा मारा, तो घर से ही 10 लाख रूपये बरामद हो गये।