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Haryana

3 दोस्तों ने एक साथ लगाया मौत को गले

सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :- बीती देर रात्रि गांव कालवन व बलियाला के बीच में दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर कालवन हाल्ट के पास अज्ञात रेलगाड़ी के आगे आकर गांव कन्हड़ी के तीन युवकों ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। युवकों ने मौत को गले क्यों लगाया, इसके कारणों का पता नहीं चल पाया। रेल की पटरियों […]

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सत्यखबर, नरवाना (सन्दीप श्योरान) :- बीती देर रात्रि गांव कालवन व बलियाला के बीच में दिल्ली-बठिंडा रेलमार्ग पर कालवन हाल्ट के पास अज्ञात रेलगाड़ी के आगे आकर गांव कन्हड़ी के तीन युवकों ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। युवकों ने मौत को गले क्यों लगाया, इसके कारणों का पता नहीं चल पाया। रेल की पटरियों पर एक साथ तीन शव मिलने की सूचना रेलवे पुलिस को दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उसके बाद पुलिस ने युवकों के परिजनों को हादसे की सूचना दी। परिजनों ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त की। पुलिस ने नागरिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। मिली जानकारी के अनुसार गांव कन्हड़ी निवासी 20 वर्षीय अशोक, 19 वर्षीय नवीन और 18 वर्षीय मोनू तीनों एक साथ इकट्ठे रहते थे। अशोक आइटीआई से इलैक्ट्रिशन का डिप्लोमा लेने के बाद गांव में ही बिजली की दुकान पर बिजली का काम सीखने का काम रहा था, तो नवीन और मोनू उसके दोस्त होने के कारण उसके साथ ही रहते थे। जब भी अशोक किसी की खेत मेें खराब पड़ी समबर्सिबल मोटर को लेने जाता, तो नवीन और मोनू भी उसके साथ जाते थे। वहीं नवीन ने 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और अपने भाई के फोटो स्टूडियों पर ही मदद करता था। मोनू ने 10वीं कक्षा करने के बाद स्कूल मेें जाना बंद कर दिया था। अशोक, मोनू और नवीन तीनों लगभग सारा समय एक साथ ही बिताते थे। नवीन ने फेसबुक पर यारा दा यार के नाम से फेसबुक आईडी बनाई थी, जिसमें वे अपनी फोटो शेयर करते थे। परिजनों ने बताया कि तीनों के घर गांव में दूर-दूर पड़ते थे, लेकिन वो पिछले चार साल से एक साथ ही रहते थे। उन्होंने बताया कि मंगलवार की दोपहर को तीनों युवक बिजली दुकान के मालिक से मोटरसाइकिल मांगकर अपने -अपने घर चले गये थे और परिजनों को कुरूक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर में स्नान करने की बात कहकर निकल गये थे। जिसके बाद वे शाम को अपने घर वापिस भी नहीं लौटे। परिजनों ने सोचा कि वे कुरूक्षेत्र गये हुए हैं, इसलिए उनके पास फोन भी नहीं किया। लेकिन परिजनों को क्या पता था कि कुरूक्षेत्र न जाकर वे रेलगाड़ी के आगे कूदकर अपनी जान दे देंगे। जिससे ग्रामीण इस घटना के कारण स्तब्ध है, आखिर उन्होंने मौत को गले क्यों लगाया?
व्हाटसअप ग्रुप में मैसेज डालकर किया फोन बंद
नवीन, अशोक और मोनू ने व्हाटसअप गु्रप पर ओनली स्टेट्स के नाम से ग्रुप बनाया हुआ था, जिसमें वे अपनी बातें शेयर करते थे। वे बिजली की दुकान पर बैठकर गु्रप में फोटो, वीडियो और अन्य जानकारी डालते रहते थे। कई बार वे मजाक-मजाक मेें मरने की बात लिखते रहते थे। जिस पर ग्रुप के अन्य सदस्य उनकी बात पर गौर नहीं करते थे। बीती देर रात्रि हादसे से पहले नवीन और अशोक ने व्हाट्सअप पर मैसेज डाला कि यह आज उनकी आखिरी रात है। जिसके बाद उन्होंने लगभग 11 बजे फोन बंद कर लिया।
खेत में बैठकर किया शराब का सेवन
ग्रामीणों ने बताया कि मोनू के खेत में नवीन, अशोक और मोनू ने शाम को शराब का सेवन किया था और उसके बाद गांव कन्हड़ी के खेतों से पैदल ही 4-5 किलोमीटर दूर चलकर गये थे। उन्होंने बताया कि वे कभी-कभी ही खास मौकों पर ही शराब पीते थे। तीनों दोस्त को शराब पीने के बाद क्या सूझी, यह किसी को नहीं पता है। ग्रामीणों ने बताया कि उनका किसी के साथ न तो झगड़ा था और ना ही पारिवारिक परेशानी थी।
तीनों दोस्तों ने हाथों में हाथ डालकर लगाया मौत को गले
रेल की पटरियों पर मिले नवीन, अशोक और मोनू के शव को देखकर ऐसा लगता था कि तीनों ने रेलगाड़ी के आने से पहले एक-दूसरे के हाथों को थामा और उसके बाद रेल के आगे पटरियों के बीच मेें खड़े हो गये। जिसके बाद रेलगाड़ी ने उनको फेंक दिया और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनमें से एक की गर्दन कटकर दूर जा गिरी।
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