Haryana
निसिंग के चावल मिल मालिकों पर धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज, धान खरीद कर रोक लिया भुगतान
सत्यखबर, सफीदों (महाबीर मित्तल) – पिल्लुख्रेड़ा अनाजमण्डी की दो कच्चा आढती फर्मो के मालिकों की शिकायत पर पिल्लुखेड़ा पुलिस ने जिला करनाल के नीसिंग के एक चावल मिल के दो मालिकों व उनकी कम्पनी के विरूद्ध धाखाधड़ी व गबन के दो मामले दर्ज किए हैं। इस संदर्भ मे पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक […]
सत्यखबर, सफीदों (महाबीर मित्तल) – पिल्लुख्रेड़ा अनाजमण्डी की दो कच्चा आढती फर्मो के मालिकों की शिकायत पर पिल्लुखेड़ा पुलिस ने जिला करनाल के नीसिंग के एक चावल मिल के दो मालिकों व उनकी कम्पनी के विरूद्ध धाखाधड़ी व गबन के दो मामले दर्ज किए हैं। इस संदर्भ मे पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एक मामला पिल्लुखेड़ा की कच्चा आढती फर्म आनंद कुमार सोमेश कुमार के प्रोपराईटर सुरेंद्र कुमार ने नीसिंग की कम्पनी केटीसी फूड्स प्राईवेट लिमिटेड व इसके निदेशकों सुशील कुमार सिंगला व सचिन सिंगला के खिलाफ दर्ज कराया है जिसमे कहा गया है कि आरोपी निदेशक सितम्बर 2014 मे उसके पास आए और खरीद से प्रद्रह दिन मे भुगतान करने के वायदे के साथ उनके लिए धान खरीदने को कहा। सुरेंद्र के अनुसार उस सीजन के तीन माह मे उसकी फर्म ने आरोपियों की कम्पनी को 5.73 करोड़ रूपए कीमत की धान मण्डी से खरीद कर दी जिसका आरोपियों ने केवल 1.42 करोड़ ही भुगतान किया।
दर्ज प्राथमिकी मे उसका कहना है कि बकाया भुगतान को निकालने को उसे आरोपियों के लिए और धान खरीदनी पड़ी। उसका आरोप है कि आरोपियों ने दस लाख रूपए का एक चैक दिया जो बाऊंस हो गया और आखिर करीब 2.91 करोड़ का भुगतान लटकते आरोपियों ने भुगतान देने से मना कर दिया। सुरेंद्र का कहना है कि उसके माध्यम से धान बेचने वाले दूसरे कच्चा आढती व किसान उस पर भुगतान का दबाव बना रहे हैं और उसका धंधा बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। इसी तरह इसी थाना मे पिल्लुखेड़ा मण्डी की ही जानकीदास सुन्दरलाल कच्चा आढती फर्म के मुख्त्यारेआम सुन्दरलाल ने इस कम्पनी व इसके दोनो निदेशकों के खिलाफ एक अन्य मामला दर्ज कराया है। सुन्दरलाल के अनुसार उसकी पत्नी शैली गर्ग इस फर्म की मालिक है और शैली ने उसके नाम फर्म का काम करने को पावर आफ अटार्नी दिया हुआ है।

सुन्दरलाल ने पुलिस को दी शिकायत मे कहा है कि आरोपी उसके पास आए और उनके लिए धान की खरीद के पंद्रह दिन की अवधि के भीतर भुगतान के व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदार होने का वायदा कर पिल्लुखेड़ा की मण्डी से उसकी फर्म के माध्यम से धान खरीदी। उसने पुलिस को दिए बयान मे कहा कि दिसम्बर 2017 तक उसकी फर्म के आरोपियों की तरफ 92 लाख रूपए का भुगतान बाकी था जो नही दिया और नीसिंग मे आरोपियों से पैसे की मांग करने वह फर्म की मालिक अपनी पत्नि के साथ गया तो वहां आरोपियों ने बदतमीजी की और जान से मारने की धमकी भी दी। दोनो ही मामलों मे पुलिस ने जांच शुरू की है।