Haryana
छात्रवृति को तरस गई छात्रा, दो वर्ष से काट रही दफ्तरों के चक्कर
सत्यखबर, सफीदों (महाबीर मित्तल) – क्षेत्र के सिवाणामाल गांव की एक छात्रा रूबिना पिछले दो वर्ष से छात्रवृति राशी लेने को तरस गई है। अनुसूचित जाती वर्ग की रूबिना अपने गांव के राजकीय हाई स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा है जिसे वर्ष 2014 व वर्ष 2015 मे प्रति वर्ष अठारह सौ रूपए की छात्रवृति […]
सत्यखबर, सफीदों (महाबीर मित्तल) – क्षेत्र के सिवाणामाल गांव की एक छात्रा रूबिना पिछले दो वर्ष से छात्रवृति राशी लेने को तरस गई है। अनुसूचित जाती वर्ग की रूबिना अपने गांव के राजकीय हाई स्कूल की दसवीं कक्षा की छात्रा है जिसे वर्ष 2014 व वर्ष 2015 मे प्रति वर्ष अठारह सौ रूपए की छात्रवृति उसके बैंक खाते मे जारी की गई लेकिन वर्ष 2016 मे केवल साढे बाहर सौ रूपए ही विभाग ने जमा कराए और उसके बाद तो फूटी कोड़ी भी उसे नही मिली।
उसके पिता राकेश ने बताया कि पिछले डेढ वर्ष से उसकी छात्रवृति की दरखास्त की स्कूल के मुख्याध्यापक, कभी जिला शिक्षा अधिकारी तो कभी सैकेंडरी शिक्षा निदेशालय मे लटकी रही है और इसका कारण यह बताया जाता रहा है कि रूबिना का आधार कार्ड उसके बैंक खाते से लिंक नही हो पाया है। उसने बताया कि सीएम विंडो मे शिकायत करने के बाद यह लिंक तो हो गया है लेकिन इसके बाद भी डेढ महीने से फाईल ठण्डे बस्ते हैं। स्कूल के मुख्याध्यापक बलबीरसिंह ने बताया कि ऐसे छ-सात विद्यार्थियों के छात्रवृति मामले अटके हैं।
