Punjab में टारगेट किलिंग का प्रयास नाकाम, बंबीहा गैंग के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी
Punjab: पंजाब पुलिस ने बंबीहा-कौशल गैंग के पांच गुर्गों को गिरफ्तार करके राज्य में तीन बड़े लोगों की हत्या के प्रयास को नाकाम कर दिया है। पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने खुद इस बात की पुष्टि की है। इस विशेष ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने आरोपियों से हथियार भी बरामद किए हैं, जिससे यह साबित होता है कि इनका इरादा गंभीर था।
अमृतपाल के गनमैन से जुड़े तार
गौरतलब है कि आरोपियों को राज्य में टारगेट किलिंग के लिए हथियारों की आपूर्ति अमृतपाल के व्यक्तिगत गनमैन गुरभेज सिंह ने की थी, जो असम के डिब्रूगढ़ जेल में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत बंद हैं। इस समय गुरभेज सिंह कपूरथला जेल में भी कैद हैं।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान की है, जिसमें जसप्रीत सिंह, जो जालंधर के गांव बोपराई कलां का निवासी है, हरशदीप सिंह, जो होशियारपुर के गांव गेराज महदूद से है, शेखर, जो तरनतारन के गांव मुरादपुर का है, गगनदीप सिंह, जो जालंधर के न्यू मॉडल हाउस का निवासी है, और अमित सहोता, जो गांव बंबीयां वाला का है।
राज्य में बड़ी आपराधिक गतिविधियों की योजना
पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने बताया कि उन्हें स्रोतों से जानकारी मिली थी कि बंबीहा-कौशल गैंग के सदस्य राज्य में एक बड़ी आपराधिक गतिविधि की योजना बना रहे थे। इसके बाद पुलिस टीमों ने बीएसएफ चौक पर नाका लगाया और तीन आरोपियों जसप्रीत, हरशदीप और शेखर को छह हथियारों के साथ गिरफ्तार किया।
इन तीनों से पूछताछ के बाद गगनदीप गिन्नी और अमित सहोता को भर्गो कैंप के पास तीन हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया। इस मामले में नाई बारादरी और भर्गो कैंप थाने में दो मामले दर्ज किए गए हैं।
हथियारों की बरामदगी
पुलिस ने आरोपियों से आठ पिस्तौल, एक रिवॉल्वर और 15 कारतूस बरामद किए हैं। DGP ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों का संबंध कई गंभीर अपराधों से है, जिसमें वसूली, हत्या और कई जिलों में हथियारों की तस्करी शामिल है।
आगे की जांच
पुलिस आयुक्त स्वपन शर्मा ने कहा कि इस मामले में और गिरफ्तारी की संभावना है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे राज्य में तीन बड़े लोगों की हत्या की योजना बना रहे थे। इसके लिए उन्हें गुरभेज सिंह द्वारा हथियार मुहैया कराए गए थे।
हरशदीप का एक अन्य संदिग्ध संबंध था जो निहंग बनने के लिए जाना जाता था। पुलिस ने यह भी कहा है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि ये लोग किस संगठन के लिए काम कर रहे थे।
क्या अमृतपाल ने दिए थे टारगेट?
पुलिस आयुक्त ने यह भी बताया कि यह जांच की जा रही है कि क्या उन तीन लोगों के नाम जो इन आरोपियों द्वारा हत्या के लिए तय किए गए थे, अमृतपाल द्वारा दिए गए थे। यह जानकारी तब सामने आएगी जब गुरभेज को कपूरथला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा और उससे पूछताछ की जाएगी।
राज्य में बढ़ते अपराध
पंजाब में अपराध की घटनाएं पिछले कुछ समय से बढ़ी हैं, जिससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। बंबीहा गैंग और अन्य आपराधिक संगठनों की गतिविधियां पुलिस के लिए चिंता का विषय बन गई हैं।
राज्य सरकार और पुलिस विभाग इस तरह के आपराधिक कृत्यों को रोकने के लिए नई रणनीतियों पर विचार कर रहे हैं। इसके साथ ही, स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे पुलिस को सूचना देने में सहयोग करें ताकि ऐसे अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
पंजाब में यह घटनाक्रम एक बार फिर दर्शाता है कि आतंकवाद और संगठित अपराध की समस्या अभी भी एक गंभीर चुनौती बनी हुई है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा हमला टल गया, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि आगे की चुनौतियां बनी रहेंगी।
सुरक्षा एजेंसियों को इन अपराधियों और उनके नेटवर्क को उजागर करने के लिए और अधिक तत्परता से काम करने की आवश्यकता है। राज्य में शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी संबंधित विभागों को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है।
इस मामले की आगे की जांच से यह स्पष्ट होगा कि इस तरह की आपराधिक गतिविधियों के पीछे कौन सी ताकतें काम कर रही हैं, और उन्हें रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।