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The Bhootni Review: संजय दत्त की मौजूदगी से संभली फिल्म, लेकिन मौनी रॉय की ‘डरावनी’ एक्टिंग फीकी

The Bhootni Review: संजय दत्त की नई हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘द भूतनी’ थिएटर में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में उनके साथ मौनी रॉय, सनी सिंह, पलक तिवारी और निकुंज शर्मा नजर आते हैं। हॉरर-कॉमेडी का ट्रेंड इन दिनों बॉलीवुड में काफी पॉपुलर है, लेकिन ‘स्त्री’ और ‘भेड़िया’ जैसी फिल्मों की सफलता के बाद दर्शकों की उम्मीदें भी बढ़ चुकी हैं। ऐसे में ‘द भूतनी’ क्या उम्मीदों पर खरी उतरती है? इसका जवाब है – आधा-आधा।

कहानी में भूतनी, लेकिन डर कम

फिल्म की कहानी सेंट विंसेंट कॉलेज के वर्जिन ट्री से शुरू होती है, जहां हर वैलेंटाइन डे पर एक भूतनी जागती है और प्यार की तलाश में किसी छात्र को टारगेट करती है, जो फिर होली पर मारा जाता है। इस बार निशाने पर शांतनु (सनी सिंह) है। भूतनी से बचाने के लिए कॉलेज बुलाता है ‘घोस्टबस्टर’ कृष्णा त्रिपाठी यानी संजय दत्त को। फिल्म इसी टकराव पर आधारित है।

संजय दत्त ने फिल्म को बचाया

अगर फिल्म में संजय दत्त ना होते, तो शायद ये फिल्म पहले 30 मिनट में ही दर्शक छोड़ देते। उनकी एंट्री भले देर से होती है, लेकिन जब होती है, तब फिल्म में थोड़ी जान आती है। उनका एक्शन, कॉमेडी टाइमिंग और स्क्रीन प्रेजेंस फिल्म को ऊपर खींचते हैं। वहीं, पलक तिवारी का छोटा सा ‘भूतनी’ वाला सीन भी दर्शकों को चौंकाता है और वे मौनी रॉय से ज्यादा प्रभाव छोड़ती हैं।

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निर्देशन और लेखन अधूरा

फिल्म का निर्देशन सिद्धांत कुमार सचदेव ने किया है, जिन्होंने वंकुश अरोड़ा के साथ मिलकर स्क्रिप्ट भी लिखी है। हालांकि स्क्रीनप्ले में गहराई नहीं है और पहले हाफ में फिल्म बोर करती है। ‘कॉमेडी सर्कस’ के अनुभव के बावजूद, डायलॉग्स कहीं-कहीं हल्के लगते हैं। डराने की बजाय, फिल्म सिर्फ मौनी रॉय की चीखों और कुछ बेतुकी CGI पर टिकी है।

बाकी कलाकार और परफॉर्मेंस

सनी सिंह का अभिनय सामान्य है, जबकि मौनी रॉय की भूतनी में कोई खास नयापन नहीं। निकुंज शर्मा (बी यूनिक) ने जरूर सरप्राइज किया है। आसिफ खान की कॉमेडी भी फिल्म में राहत देती है। कुल मिलाकर, एक्टिंग के मोर्चे पर फिल्म औसत है लेकिन संजय दत्त ने काफी हद तक फिल्म को संभाल लिया।

देखे या न देखें?

अगर आप संजू बाबा के फैन हैं, तो एक बार थिएटर में देख सकते हैं। बच्चों के साथ फैमिली के लिए ये फिल्म एक हल्की-फुल्की एंटरटेनमेंट हो सकती है। लेकिन अगर आप हॉरर या इंटेंस स्टोरी की तलाश में हैं, तो OTT पर कोई बेहतर विकल्प चुनना ही समझदारी होगी। ‘द भूतनी’ केवल संजय दत्त की वजह से देखी जा सकती है, वरना कहानी और डर दोनों अधूरे हैं।

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