सत्य खबर,गुरुग्राम ,सतीश भारद्वाज :The court handed over former CBI judge Sudhir Parmar, who was involved in a corruption case in Haryana, to the ED on 6-day remand. The accused have been made in the M3M money laundering case.
हरियाणा के 400 करोड़ मनी लॉन्ड्रिंग तथा रिश्वत केस मामले में पूर्व सीबीआई जज सुधीर परमार की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। उनको वीरवार को ED ने गिरफ्तारी के बाद परमार को पंचकूला कोर्ट में पेश कर 6 दिन की रिमांड पर लिया है।
हरियाणा पुलिस के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) द्वारा पंचकूला में विशेष अदालत में तैनात पूर्व निलंबित जज सुधीर परमार व उनके भतीजे अजय परमार और एमथीएम बिल्डर गुरुग्राम के रूप बंसल के खिलाफ मनी लांड्रिंग केस में मामला दर्ज किया गया था। जिसमें
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने निलंबित जज सुधीर परमार को कथित रिश्वतखोरी के आरोप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गुरुवार देर शाम को गिरफ्तार किया था। वही सूत्रों
से मिली जानकारी के अनुसार जज सुधीर परमार पर गंभीर कदाचार, आधिकारिक पद का दुरुपयोग और उनकी अदालत में लंबित मामलों में आरोपी व्यक्तियों से रिश्वत की मांग और स्वीकृति के मामले मिलने पर। एंटी करप्शन ब्यूरो ने
केस दर्ज होने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने परमार को निलंबित कर दिया था।
वही ब्यूरो की फिर में इस केस में जज सुधीर परमार और एमजीएम व आईऱो नामी बिल्डरों की कथित साठगांठ का विस्तार पूर्वक ब्योरा दिया गया है। एफ आई आर में सुधीर परमार की अलग-अलग लोगों के साथ हुई बातचीत से जुड़ी ऑडियो रिकॉर्डिंग और वॉट्सऐप चैट का भी हवाला दिया गया है। इन मामलों में करोड़ों की मांगी गई थी एफआईआर में जिस ऑडियो रिकॉर्डिंग का जिक्र ACB ने किया है। उसमें परमार एक केस में आरोपियों की मदद के बदले में 5 से 7 करोड़ रुपए मांग रहे हैं तो वॉट्सऐप चैट में उन्हें आईरो केस के आरोपियों द्वारा 5 करोड़ रुपए दिए जाने का भी जिक्र किया गया है। जिसके बिना पर ही एसीबी ने सीबीआई के पूर्व जज को आरोपी बनाया है। जिनके संबंध एमजीएम के डायरेक्टर रूप बंसल से बताए गए हैं। जिस पर मनी लॉन्ड्रिंग केस की भी ईडी जांच पड़ताल कर रही है। जिसमें जज की संलिप्त के कारण ही उनको ईडी ने गिरफ्तार किया है। मामले में उनका भतीजा अजय पाराशर भी आरोपी बनाया गया है।
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