बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह का अंत: पुलवामा हमले की साजिश से भारत की सर्जिकल स्ट्राइक

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ भारत की रणनीतिक ताकत को दुनिया के सामने ला दिया है। पुलवामा हमले की साजिश रचने वाला जैश-ए-मोहम्मद का ऑपरेशनल मुख्यालय मरकज सुभान अल्लाह अब भारत की सर्जिकल स्ट्राइक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में तबाह कर दिया गया है। यह वही जगह है जहां 2019 में पुलवामा हमले की साजिश तैयार हुई थी और आतंकियों को ट्रेनिंग दी गई थी।
मरकज सुभान अल्लाह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में स्थित था। यह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था और करीब 15 एकड़ में फैला हुआ था। यह केंद्र ना सिर्फ युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग देता था, बल्कि जैश के शीर्ष आतंकियों जैसे मौलाना मसूद अजहर, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर और यूसुफ अजहर के आवास भी यहीं थे। मरकज में 600 से अधिक कार्यकर्ता रहते थे और यह पाकिस्तान की संघीय व प्रांतीय सरकारों के अलावा विदेशी फंडिंग से संचालित होता था। फंड मुख्यतः ब्रिटेन, खाड़ी और अफ्रीकी देशों से जुटाया गया था।
इस मरकज को एक आतंकी परिसर के रूप में तैयार किया गया था जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद थीं। 2018 में यहां एक स्विमिंग पूल और जिम बनाया गया, ताकि आतंकियों को तैराकी, गोताखोरी और फिजिकल ट्रेनिंग दी जा सके। साथ ही तीरंदाजी और घुड़सवारी जैसी विशेष ट्रेनिंग भी दी जाती थी। 2019 में एक ‘अल हिजामा’ थेरेपी केंद्र की शुरुआत की गई और 2022 में घोड़ों के अस्तबल और राइडिंग ग्राउंड भी तैयार किया गया।
यही मरकज 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले का गढ़ था। हमले की योजना, ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक सपोर्ट सभी इसी केंद्र से संचालित हुए। इस हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद भारत ने फरवरी 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक की थी।
हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद भारत ने एक बार फिर बड़ा कदम उठाया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत मरकज सुभान अल्लाह सहित जैश के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह भारत की अब तक की सबसे सटीक और योजनाबद्ध सर्जिकल स्ट्राइक मानी जा रही है।
जैश-ए-मोहम्मद को भारत में 2001 में गैरकानूनी संगठन घोषित किया गया था। इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, यूएई और संयुक्त राष्ट्र ने भी इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया। 2001 में संसद हमले के बाद पाकिस्तान ने इस पर प्रतिबंध लगाया, लेकिन जमीनी हकीकत में यह संगठन पाकिस्तान में अब तक सक्रिय था।
भारत की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तो भारत किसी भी हद तक जाकर अपने दुश्मनों को जवाब देने में सक्षम है। मरकज सुभान अल्लाह का सफाया आतंक के एक बड़े अड्डे के खात्मे का प्रतीक है।