Tirupati Laddu adulteration: सनातन धर्म पर हमला – पवन कल्याण का उदयनिधि स्टालिन पर निशाना
Tirupati Laddu adulteration: आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने गुरुवार को तिरुपति लड्डू में मिलावट के मामले को सनातन धर्म पर हमला बताया। उन्होंने कहा कि यह मामला पिछले पांच वर्षों में हुए कई अन्य निर्णयों का एक छोटा हिस्सा है, जिनकी अभी जाँच की जानी बाकी है। पवन कल्याण ने यह बयान तिरुपति मंदिर पहुंचकर दिया, जहाँ एक सार्वजनिक सभा में उन्होंने कहा, “सनातन धर्म कोई वायरस नहीं है जिसे समाप्त किया जा सके। जिसने भी ऐसा कहा है, मैं उसे यह बताना चाहता हूँ कि आप सनातन धर्म का अंत नहीं कर सकते। अगर कोई इसका अंत करने की कोशिश करेगा, तो मैं भगवान बालाजी के चरणों में यह कहता हूँ कि वह स्वयं समाप्त हो जाएगा।”
उदयनिधि स्टालिन पर निशाना
पवन कल्याण ने यह बात तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के हालिया बयान के जवाब में कही। स्टालिन ने अपने बयान में सनातन धर्म की आलोचना की थी, जिसके बाद यह मामला गर्माया हुआ है। जन सेना प्रमुख पवन कल्याण ने देश में सनातन धर्म की रक्षा के लिए एक कानून बनाए जाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि एक ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन होना चाहिए और इसे राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पर्याप्त निधि मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं बहुत ही सरल शब्दों में कहता हूँ कि मैं एक सनातनी हिंदू हूँ और मुझे इस पर कोई शर्म नहीं है। आप जैसे लोग आएंगे और जाएंगे, लेकिन सनातन धर्म सदा रहेगा। इसे कभी रोका नहीं जा सकता। यह धर्म समय से परे है।”
पिछली सरकार पर कड़ा प्रहार
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में मामले की सुनवाई से पहले पवन कल्याण ने कहा कि वे अदालत को यह बताना चाहते हैं कि जगन के खिलाफ कई मामलों सहित भ्रष्टाचार के मामले चल रहे हैं, और इसे किसी भी निर्णय से पहले ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि तिरुपति लड्डू प्रसादम में मिलावट की घटना सिर्फ एक छोटा सा मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पाँच वर्षों में करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई है, जिसकी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “हम यह नहीं जानते कि पिछले पांच सालों में कितने करोड़ रुपये उन्होंने जमा किए हैं। यह मामला पूरी तरह से जाँच के योग्य है।”
जगन को निर्दोष दिखाने की कोशिश – पवन कल्याण
उन्होंने आगे कहा कि देश की जनता को यह जानना चाहिए कि पिछली सरकार और उसके नेता कैसे थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जगन मोहन रेड्डी मासूम बनने की कोशिश कर रहे हैं। पवन कल्याण ने यह भी कहा कि वे सीधे तौर पर वाईएसआरसीपी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी को लड्डू में मिलावट के लिए दोषी नहीं ठहरा रहे हैं, लेकिन पिछले सरकार द्वारा बनाए गए तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड पर सवाल जरूर उठा रहे हैं।
सनातन धर्म पर हमला बर्दाश्त नहीं
पवन कल्याण ने स्पष्ट किया कि तिरुपति लड्डू में मिलावट केवल एक धार्मिक प्रसाद का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सनातन धर्म पर एक सीधा हमला है। उन्होंने कहा कि यह केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं है, बल्कि यह देश के हिंदू समाज के मूल्यों और परंपराओं पर किया गया हमला है। इसके जरिए एक सुनियोजित साजिश के तहत सनातन धर्म को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है, जो किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं है।
सनातन धर्म की रक्षा के लिए कानून की माँग
पवन कल्याण ने इस पूरे प्रकरण को लेकर देश में सनातन धर्म की रक्षा के लिए कानून बनाए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक ऐसा कानून बनना चाहिए, जो सनातन धर्म पर हमला करने वालों को सजा दिला सके। इसके साथ ही एक ‘सनातन धर्म रक्षा बोर्ड’ का गठन किया जाना चाहिए, जिसमें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर पर्याप्त फंड का प्रावधान हो।
सनातन धर्म की अखंडता पर जोर
पवन कल्याण ने जोर देकर कहा कि सनातन धर्म किसी सरकार या नेता के समर्थन पर निर्भर नहीं है। यह धर्म अपने आप में इतना मजबूत और अखंड है कि इसे कोई मिटा नहीं सकता। उन्होंने कहा, “सनातन धर्म सैकड़ों वर्षों से चला आ रहा है और आगे भी हमेशा बना रहेगा। इसे खत्म करने की कोशिश करने वाले खुद समाप्त हो जाएंगे।”
आगे की योजना
पवन कल्याण ने इस प्रकरण के मद्देनजर लोगों से अपील की कि वे सनातन धर्म की रक्षा के लिए एकजुट हों। उन्होंने कहा कि यह समय है जब हमें अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों की रक्षा के लिए आगे आना होगा। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस मामले को लेकर आगे भी आवाज उठाते रहेंगे और सनातन धर्म की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।