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उत्सव बहुत सुने होंगे पर पत्नी चुराने का उत्सव नहीं सुना होगा,जानिए कहां और कौन मनाता है

सत्य खबर,नई दिल्ली।

You may have heard of many festivals but you may not have heard of the festival of stealing a wife, know where and who celebrates it.

दुनिया में हजारों जनजातियां और हजारों-लाखों तरह के समाज हैं, जहां की अलग अलग रीतियां हैं और उनके अलग अलग रिवाज हैं। इनमें से कई ऐसे रिवाज हैं, जो हमें चौंका देते हैं। ऐसे ही एक रिवाज के बारे में आज हम बात करने वाले हैं, जहां मर्द सज-संवरकर आते हैं, और दूसरे लोगों की पत्नियों की चोरी कर लेते हैं। सहारा रेगिस्तान के किनारे पर, खानाबदोश जनजातियों का एक समूह हर साल “पत्नी-चोरी” का उत्सव मनाता है और इस त्योहार को धूमधाम से मनाया जाता है, जहां सैकड़ों की तादाद में मर्द मेकअप करके जमा होते हैं और एक दूसरे की पत्नियों की चोरी करते हैं।

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त्योहार के शुरू होने से पहले मर्द काफी सजते हैं, संवरते हैं, अपने चेहरे पर रंग-बिरंगे रंग लगाते हैं, ताकि वो महिलाओं को आकर्षित कर सकें और एक बार जब कोई पुरूष, किसी महिला को आकर्षित करने में कामयाब हो जाता है, तो फिर वो उस महिला उस मर्द के साथ भागने के लिए तैयार हो जाती है।
कहां मनाया जाता है ये उत्सव? पत्नियों की चोरी का ये त्योहार सहारा रेगिस्तान के किनारे वाले शहर, जैसे नाइजर, कैनरून और नाइजीरिया के वोडाबे जनजाति के लोग मनाते हैं और इस त्योहार की सबसे पहली शर्त ये होती है, कि कोई भी मर्द, किसी महिला को भागने के लिए मजबूर नहीं कर सकता है। मर्द का काम, किसी महिला को अपनी तरफ रिझाना तक सीमित होता है और उस मर्द के साथ जाने का फैसला, सिर्फ उस महिला को करना होता है। एक बार जो महिला, किसी मर्द के साथ भाग जाती है, तो वो एक रात के लिए संबंध स्थापित कर सकते हैं। उत्तरी कैमरून के सुरम्य गुएरेवोल उत्सव की शुरूआत में, संभावित साथी को आकर्षित करने के लिए सज-धजकर पुरुष नृत्य करते हैं। इस दौरान जब कोई महिला, किसी पुरूष को लेकर आकर्षित हो जाती है, तो जंगल में उस मर्द के साथ एक रात बिताने के लिए, या फिर अपने पसंदीदा साथी को चुनने के लिए, उस महिला को बस अपने साथी के कंधे को छूना होता है और फिर दोनों जंगल की तरफ निकल जाते हैं। इस दौरान महिला को अधिकार होता है, कि वो अपने पुरूष साथी के साथ सिर्फ एक रात का रिश्ता कामय रखती है, या फिर वो उस पुरूष के साथ लंबे रिश्ते में बंधना चाहती है। इस उत्सव में कुंवारी लड़कियां भी शामिल होती हैं, जिनके पास ही अपने साथी को चुनने का अधिकार होता है। वो लड़की इस दौरान तय कर सकती है, कि क्या वो अपने एक रात के पार्टनर के साथ जीवन गुजारना चाहती है या नहीं। न्यूयॉर्क के मशहूर यूट्यूबर ज़ैन पार्कर ने अपने यूट्यूब चैनल के लिए इस जनजाति के इस उत्सव को रिकॉर्ड किया है और उन्होंने इस दिलचस्प समारोह के बारे में विस्तार से बताया है। किस तरह से होता है उत्सव? ज़ैन पार्कर ने अपने वीडियो ब्लॉग में कहा, कि “कुछ लोग कहते हैं, कि यह समारोह एक प्रकार की सौंदर्य प्रतियोगिता है। पुरुष श्रृंगार और अपने सजावटी कपड़े पहनते हैं और अपनी ताकत दिखाने के लिए कुछ खास नृत्य मुद्राएं पेश करते हैं, यह सब एक महिला द्वारा चुने जाने की आशा के लिए होता है।” उन्होंने आगे कहा, कि “यह एक ऐसी स्थिति है, जहां महिला को उस पुरुष को चुनना होता है, जिसके साथ वे रात बिताना चाहती हैं या उसे अपना पति बनाना चाहती हैं।” हालांकि, इस दौरान अकसर ऐसा भी होता है, कि जब कोई लड़की अपने पति को चुनने लगती है, तो शायद उसके पिता को वो लड़का पसंद ना हो, लेकिन उत्सव में वो बेबस होता है। लेकिन, इस दौरान अगर कोई मर्द, आक्रामक है, या हथियार लहरा रहा है, तो फिर उसे उत्सव से बाहर कर दिया जाता है। वोडाबे पुरुष वार्षिक उत्सव के लिए खुद को तैयार करने में घंटों बिताते हैं, अपनी आंखों के सफेद हिस्से पर जोर देने के लिए मोटी काली आईलाइनर लगाते हैं और अपने दांतों को चमकदार दिखाने के लिए गहरे रंग की लिपस्टिक लगाते हैं। एक गहरे लाल रंग का दाग बाकी युवा पुरुषों के चेहरे को ढक लेता है, ऐसी संस्कृति में जहां एक सुंदर चेहरे को एक आदमी की सबसे अच्छी संपत्ति माना जाता है। पूरी जनजाति शानदार वेशभूषा में नृत्य का आनंद लेने के लिए इकट्ठा होती है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण दर्शक युवा महिलाएं होती हैं, जो वार्षिक उत्सव में भाग लेने के लिए कई मील की यात्रा करती हैं। ये त्योहार साल में एक बार होता है। जनजाति के लोगों का कहना है, कि “यह एक अनुष्ठान है जहां पुरुष भावी पत्नी को आकर्षित करने या रात के लिए इश्कबाज़ी की उम्मीद में अपने रूप और नृत्य कौशल का प्रदर्शन करते हैं।” फेस्टिवल में सभी पुरुषों के पास एक छोटा पॉकेट आइना होता है, ताकि वे देख सकें, कि उनका मेकअप बिल्कुल परफेक्ट है या नहीं। हालांकि, इस दौरान कुछ पुरुष, अपनी पत्नियों को गुएरेवोल उत्सव में भाग लेने से रोकने की कोशिश करते हैं, ताकि वो किसी और पुरुष के प्रति सम्मोहित ना हो और उसे छोड़कर किसी और के साथ रात ना गुजारे। वोडाबे जनजाति के एक व्यक्ति ने नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका को बताया, कि “हम सभी मेकअप और कपड़े पहनते हैं। लेकिन, जो चीज़ मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है, वह है दूसरी महिलाओं को ढूंढना और उन्हें जंगल में ले जाना।” वहीं, इस जनजाति के एक और पुरूष ने कहा, कि “पत्नियां चुराना आसान बात नहीं है, लेकिन सिर्फ वोडाबे ही जानते हैं, कि कैसे?। उन्होंने कहा, “अगर आप किसी लड़की को चुराने में कामयाब हो जाते हैं, तो फिर वो लड़की आपके वंश को आगे बढ़ाती है, आपके बच्चों को जन्म देती है और सिर्फ वोडाबे ही जानते हैं कि यह कैसे करना है।’

You may have heard of many festivals but you may not have heard of the festival of stealing a wife, know where and who celebrates it.

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