सत्यखबर जींद (इन्द्रजीत शर्मा) – जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में बुधवार को विश्व डायबिटीज-डे पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की अध्यक्षता सीएमओ डा. संजय दहिया ने की जबकि डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने डायबिटीज को लेकर आमजन को जागरूक किया। सीएमओ डा. संजय दहिया ने कहा कि मधुमेह (डायबिटीज) के बारे में आमजन को जानकारी होना बेहद जरूरी है। यदि किसी को डायबिटीज की समस्या हो जाती है तो इसे पूरी तरह से ठीक कर पाना असंभव है लेकिन यदि थोड़ी सावधानी बरती जाए तो इससे होने वाले खतरों से बचाव किया जा सकता है। डायबिटीज कई बार प्राकृतिक या आनुवांशिक कारणों से होती है। डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला ने कहा कि डायबिटीज होने के दो कारण होता है, पहला शरीर में इंसुलिन का बनना बंद हो जाए या फिर शरीर में इन्सुलिन का प्रभाव कम हो जाए।
दोनों ही परिस्थितियों में शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। डायबिटीज के मरीजों को अपने आहार का ध्यान रखना चाहिए। यह रोग उम्र के आखिरी पड़ाव तक बना रहता है, इसलिए इसके खतरों से बचे रहने के लिए जरूरी है सावधानी बरतने की है। डायबिटीज का असर किडनी पर कुछ साल बाद ही शुरू हो जाता है। ऐसे में इसे रोकने के लिए ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर दोनों को नॉमर्ल रखना चाहिए। ऐसे में नियमित शुगर स्तर के जांच करवाते रहना चाहिए। किसी भी तरह के घाव को खुला नहीं छोडऩा चाहिए। फलों का रस लेने के बजाय फल खाने चाहिएं। नियमित व्यायाम करना चाहिए और अपना वजन नियंत्रित रखना चाहिए। योग भी डायबिटीज के रोगियों के लिए अच्छा है।
डा. मंजू ने कहा कि ग्लूकोज, चीनी, जैम, गुड़, मिठाइयां, आइसक्रीम, केक, पेस्ट्रीज और चाकलेट आदि से डायबिटीज के मरीजों को दूर रहना चाहिए। तला हुआ भोजन या प्रोसेस्ड फूड भी इसमें नुकसान देते हैं। अल्कोहल का सेवन या कोल्ड ड्रिंक भी डायबिटीज के मरीजों के लिए हानिकारक है। मधुमेह रोगियों को धूम्रपान से दूर रहने के साथ ही सूखे मेवे, बादाम, मूंगफली, आलू और शक्करकंद जैसी सब्जियां बहुत कम या बिल्कुल नहीं खानी चाहिए। ऐसे व्यक्ति को फलों में केला, चीकू, अंजीर और खजूर से परहेज करना चाहिए।
डा. सीमा वशिष्ठ व डा. निशा शर्मा ने कहा कि डायबिटीज से ग्रस्त रोगियों के लिए सलाद के साथ ही सब्जियों में मेथी, पालक, करेला, बथुआ, सरसों का साग, सोया का साग, सीताफल, ककड़ी, तोरई, टिंडा, शिमला मिर्च, भिंडी, सेम, शलगम, खीरा, गाजर आदि का सेवन अच्छा रहता है। इसके अलवा उन्हें फाइबर व ओमेगा थ्री फैटी एसिड युक्त आहार का भी ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिए। इस मौके पर सुमन तथा अश्वनी ने भी विचार व्यक्त किए।
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