सत्यखबर, उत्तरप्रदेश
भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में आज से दीपोत्सव कार्यक्रम शुरू हो रहा है और इस दीपोत्सव का पांचवी बार आयोजन किया जा रहा है और इसमें एक रिकार्ड बनेगा. अयोध्या में आज कुल 12 लाख दीपक जलाए जाएंगे. दरअसल यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के साथ ही 2017 में अयोध्या राम की पैड़ी पर दीपोत्सव कार्यक्रम शुरू हुआ था और सबसे पहले करीब 1,80,000 दीये जलाए गए थे. जबकि इसके बाद 2018 में 3,01,152, फिर 2019 में 5,50,000, फिर 2020 में 5,51,000 जलाए गए. लेकिन अब 2021 में करीब 12 लाख दीपक अयोध्या में जलाए जाएंगे और ये अपने आप एक विश्व रिकार्ड होगा.
दरअसल राज्य में अगले साल चुनाव होने हैं और ये सीएम योगी के कार्यकाल का आखिरी साल है और कहा जा रहा है कि अयोध्या के दीपकों का रिकार्ड सबसे बड़ा होगा और ये विश्व रिकार्ड बनाएगा. अकेले अयोध्या में राम की पैड़ी पर ही करीब 9 लाख दीपक जलाए जाएंगे जबकि बाकी तीन लाख दीपक अयोध्या के विभिन्न स्थानों में जलाए जाएंगे. वहीं इसके रिकॉर्ड के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम दीपकों की गिनती करेगी और बाद में इसको विश्व रिकॉर्ड का दर्जा देगी. आज अयोध्या में कुल 12 लाख दीपक जलाए जाएंगे.
दीपोत्सव के लिए भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया गया है. अयोध्या में आज भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे और सुबह 10 बजे भगवान राम का जुलूस व झांकियां निकाली जाएंगी. ये झांकी साकेत कॉलेज से शुरू होकर रामकथा पार्क पहुंचेगी और इसमें केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी शिरकत करेंगे. वहीं राज्यपाल आनंदी बेन और सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे. जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में राम-सीता हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे, भरत मिलाप और रामायण चित्र प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया जाएगा.
जानें अयोध्या में कहां कहां जलेंगे दीए
जानकारी के मुताबिक आज अयोध्या में दीयों की संख्या पिछले साल की तुलना में कहीं ज्यादा है और इसके लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है. अकेले भगवान श्रीराम की पैड़ी पर ही करीब 9 51,000 दीपक जलाए जाएंगे. जबकि श्रीराम जन्मभूमि परिसर में अयोध्या के प्राचीन मंदिरों और विभिन्न स्थानों पर 3 लाख से अधिक दीपक जलाए जाएंगे. इसके अलावा अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा के भीतर लगभग सभी पौराणिक स्थानों, तालाबों, मंदिरों में दीपक जलाए जाएंगे. यही नहीं बस्ती जिले के मखोड़ा धाम सहित 84 कोसी परिक्रमा के दायरे में आने वाले विभिन्न स्थलों पर भी दीपक जलाए जाने का कार्यक्रम है. मखौड़ा धाम वही स्थान है जहां महाराज दशरथ ने पुत्रेष्ट यज्ञ किया था और राजा दशरथ के घर में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघना का जन्म हुआ था.
जानें कितने स्वयंसेवक दे रहे हैं सहयोग और कितना लगेगा सरसों का तेल?
अयोध्या में श्रीराम की पैड़ी हो या फिर श्री राम जन्मभूमि परिसर या फिर पूरे शहर में सजाए जा रहे दीपक. इन सभी के लिए यहां के बच्चों ने बड़ी मेहनत की है और जब आज दीपकों से अयोध्या जगमग होगी तो इन बच्चों के चेहरों पर एक अलग सी खुशी होगी. क्योंकि इन बच्चों ने काफी समय से इसके लिए मेहनत की है और आज जब ये विश्व रिकॉर्ड बनेगा तो इसमें इन बच्चों की भी हिस्सेदारी होगी. दीपोत्सव में इस बार 45 स्वयंसेवकों के अलावा राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 15 कॉलेज, 5 कॉलेज, 35 विभिन्न संकायों के छात्र-छात्राएं योवॉलिंटियर के तौर पर सहयोग दे रहे हैं.
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अयोध्या में करीब 2 हजार वॉलिंटियर दीपोत्सव में सहयोग दे रहे हैं. वहीं बताया जा रहा कि दीपोत्सव में 36,000 लीटर सरसों के तेल का इस्तेमालकिया जाएगा और इसके लिए 32 टीमों का गठन किया गया है. जबकि राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शैलेंद्र वर्मा को इसका नोडल ऑफिसर नियुक्त किया गया है. जिनकी देखरेख में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
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