सत्यख़बर डेस्क
कृषि कानून को रद करने के लिए किसानों ने कड़ा आंदोलन अभी तक जारी रखा है। इस ही आंदोलन के भाग रूप में किसानों ने कुंडली- मानेसर_पलवल एक्सप्रेस वे यानी केएमपी एक्सप्रेस वे को जाम किया है। यहां पर वाहनों का आना जाना सम्पूर्ण रूप से बंध है। 24 घंटे तक यह जाम होगा जिसकी वजह से पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा में बढ़ोतरी की है। वहीं केएमपी एक्सप्रेस वे जाम होने के कारण गन्नौर और मुरथल नेशनल हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम हुआ है। भारी वाहन जाम में फंसे है और इसी वजह से बहोत ज़्यादा ट्रैफिक जाम हुआ है। पुलिस भारी वाहनों पर रोक होने के बावजूद उन्हें रोक नहीं पा रही है। गन्नौर में प्रतिबंध होने के बावजूद मुरथल में भारी वाहन कहां से पहोंच रहे है।
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केएमपी पर सुरक्षा के लिए केंद्रीय पुलिस बल की 20 कंपनियां लगाई है। जो डीएसएपी और 17 इंस्पेक्टरों के मार्गदर्शन अनुसार कार्य करेगी। जाम के दौरान कानून व्यवस्था को भंग करने वाले पर कानूनी कारवाही होगी। किसान संगठनों से कानून हाथ में ना लेने कि अपीलें कि जा रही है। लोगों को केएमपी की और न जाने कि भी सूचना दी जा रही है।
बतादें की किसान संगठन तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने की और अन्य कुछ मांगो के लिए यह आंदोलन कर रही है। कुंडली बॉर्डर पर हज़ारों किसान अपनी मांगो के लिए और तीन कृषि कानूनों के विरोध में डटे हुए हैं। वे शनिवार सुबह 8 बजे से रविवार सुबह 8 बजे तक केएमपी जाम रखेंगे।
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