सफीदों, (महाबीर मित्तल)
नगर के ब्रह्मानंद आश्रम परिसर में आयोजित समारोह में पत्रकारों से बातचीत करते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ यह लड़ाई वास्तव में विपक्ष की है जो किसानों को लडऩी पड़ रही है। इस मौके पर आश्रम संचालक रामस्वरूप ब्रह्मचारी व समाजसेवी नरेश जांगड़ा विशेष रूप से मौजूद थे। उन्होंने कहा कि देश में विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं है। यदि विपक्ष किसान हितैषी होता तो ये तीनों बिल राज्यसभा से पारित होकर कानून नहीं बन पाते। तंवर ने कहा कि हरियाणा में सोनीपत व रोहतक के सांसद, जो किसान हितैषी होने का दावा करते हैं और किसानों के सामने घडिय़ाली आंसू बहाते हैं इन बिलों की डिबेट के समय संसद को छोड़कर क्यों चले गए। कांग्रेस के बड़े नेताओं की तरफ इशारा करते हुए तंवर ने कहा कि अंबानी, अडानी तो इन्होंने भी पैदा किए। उन्होंने कहा कि आज देश को मजबूत विकल्प की जरूरत है और कांग्रेस की अनुशासनहीनता कदाचित यह विकल्प नहीं दे सकती।
पूर्व सांसद ने प्रधानमंत्री के नाम जारी मश्वरे में कहा कि मोदी जी मैं गुजरात में साढ़े तीन साल तक कांग्रेस का प्रभारी रहा हूं और मुझे पता है अंबानी, अडानी से आपकी गहरी यारी है लेकिन किसान से भी निभाने का प्रयास करो। तंवर ने कहा कि देश के किसान द्वारा मजबूरन किए गए इस आंदोलन में तीन दर्जन किसान शहीद हो गए। इस आंदोलन में आखिरकार जीत किसान की होगी और इस हठधर्मी सरकार को निश्चिततौर पर झूकना होगा। एसवाईएल मामले पर तंवर ने कहा कि इस मसले में भाजपा सरकार नौटंकी कर रही है। नहर को लेकर माननीय सुप्रीम कोर्ट का फैसला हरियाणा के हक में आया हुआ है लेकिन सरकार अब तक कुछ भी नहीं कर पाई है। करीब 4 साल पहले सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी और इस बैठक में प्रधानमंत्री से मिलने की बात कही गई थी। सरकार नहर बनवाना तो दूर आजतक मिलने के लिए प्रधानमंत्री से मिलने का समय नहीं ले पाई है।भ् प्रदेश सरकार एसवाईएल के नाम पर ध्यान किसान आंदोलन की ओर से मात्र भ्भटकाना चाहती है। वास्तव में सरकार एसवाईएल मसले पर कतई गंभीर नहीं है।
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